मोहम्मद जुबैर ने अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पुलिस को देने से किया इनकार
By रुस्तम राणा | Published: June 28, 2022 03:53 PM2022-06-28T15:53:13+5:302022-06-28T15:58:29+5:30
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जुबैर ने सवाल पूछे जाने पर टाल-मटोल किया और 'आवश्यक तकनीकी उपकरण' उपलब्ध नहीं कराए या अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया।
नई दिल्ली: फैक्ट चेकर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने दिल्ली पुलिस को अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को देने से इनकार कर दिया है। खबर के मुताबिक जुबैर ने 2018 में उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सौंपने से मना कर दिया है जिसका इस्तेमाल उन्होंने कथित तौर पर 'अत्यधिक भड़काऊ' सोशल मीडिया पोस्ट 'के खिलाफ' करते समय किया था।
दिल्ली पुलिस ने कहा - जुबैर ने सवाल पूछे जाने पर टाल-मटोल किया
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जुबैर ने सवाल पूछे जाने पर टाल-मटोल किया और 'आवश्यक तकनीकी उपकरण' उपलब्ध नहीं कराए या अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया। हालांकि इस पर अभी तक न तो जुबैर और न ही उसकी कानूनी टीम ने कोई टिप्पणी की है। बता दें कि मोहम्मद जुबैर को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। जुबैर को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर की शिकायत के आधार पर पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
FIR में क्या कहा गया है ?
एफआईआर में कहा गया है, "मोहम्मद जुबैर द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द और तस्वीर - @zoo_bear - एक विशेष धार्मिक समुदाय के खिलाफ और अत्यधिक उत्तेजक और लोगों के बीच नफरत की भावना को भड़काने के लिए पर्याप्त से अधिक हैं। इससे सार्वजनिक शांति भंग हो सकती है।"
वहीं जुबैर के सहयोगी और ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने आरोप लगाया है कि जुबैर को बिना किसी नोटिस के गिरफ्तार किया गया है। जो कि उन धाराओं के लिए कानून के तहत अनिवार्य है, जिसके तहत उसे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस वैन में जुबैर को ले जाया गया, उसमें किसी भी पुलिसकर्मी ने नाम का टैग नहीं लगाया था।
वहीं एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को मंगलवार को 'बेहद चिंताजनक' करार दिया है और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की। साथ ही प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने भी जुबैर को रिहा करने की मांग की है।