बिहार: प्रधानमंत्री कर्यालय के हस्तक्षेप के बाद गया जिले में एक शिक्षक की काली करतूत का हुआ खुलासा, जानें पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: July 2, 2022 05:15 PM2022-07-02T17:15:19+5:302022-07-02T17:16:16+5:30
मामला संज्ञान में आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गया के एसएसपी को सख्त फरमान जारी किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद पूरा मामला सामने आया है।
पटना: बिहार के गया जिले में एक शिक्षक की काली करतूत का खुलासा हुआ है। पूरा मामला गया के एक बालिका इंटर स्कूल से जुड़ा है, जहां एक शिक्षक ने स्कूल की छात्राओं और शिक्षिका के साथ गंदी हरकत करने की कोशिश की थी। पीड़ित शिक्षिका ने न्याय पाने के लिए विभागीय स्तर पर भरपूर कोशिश की, लेकिन उसकी बात किसी से नहीं सुनी।
थक हारकर शिक्षिका ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी थी। मामला संज्ञान में आने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गया के एसएसपी को सख्त फरमान जारी किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद पूरा मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गया शहर के रामरुचि बालिका इंटर स्कूल की शिक्षिका गणतंत्र दिवस समारोह में आयोजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए स्कूल की बच्चियों को लेकर डीएम के कार्यालय पहुंची थी। उनके साथ आरोपी शिक्षक भी मौजूद था। देर शाम शिक्षक ने शराब के नशे में महिला शिक्षक के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी।
आरोपी शिक्षक स्कूल की लड़कियों के साथ भी छेड़खानी की कोशिश करने लगा। बाद में शिक्षिका ने किसी प्रसार बच्चियों को उनके घर पहुंचाया था। यह घटना साल 2021 के 26 जनवरी की है। शिक्षिका ने इस बात की शिकायत अपने वरीय अधिकारियों से की। लेकिन काफी दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई।
कोई कार्रवाई नहीं होते देख शिक्षिका ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। करीब डेढ़ साल बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने गया एसएसपी को सख्त फरमान जारी किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले सख्त फरमान के बाद पुलिस हरकत में आई है। गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थानाध्यक्ष को आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया है।
एसएसपी के निर्देश के बाद आरोपी के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्द कर पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है। इस तरह से प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्र आने के बाद पीड़ित शिक्षिका के मन में एक बार फिर से न्याय की उम्मीद जगी है।