निर्भया कांड के बाद भी बलात्कार की इन बड़ी घटनाओं से शर्मसार हुई दिल्ली
By आदित्य द्विवेदी | Published: December 16, 2017 09:27 AM2017-12-16T09:27:51+5:302017-12-16T09:42:47+5:30
पूरे देश को झकझोर देने वाले निर्भया कांड के पांच साल पूरे हो गए हैं। उसके बाद दिल्ली में हुई बलात्कार की पांच बड़ी घटनाएं।
पांच साल पहले दिल्ली में निर्भया अपने एक दोस्त के साथ रात में फिल्म देखकर लौट रही थी। कुछ लोगों ने उनपर फब्तियां कसना शुरू किया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो दोनों को बुरी तरह पीटा गया। निर्भया का पुरुष दोस्त बेहोश हो गया तो छह लोगों ने मिलकर लड़की से बलात्कार करने की कोशिश की। उसके यौनांग में व्हील जैक की रॉड डाल दी। मरणासन्न हालत में उसे एक निर्जन स्थान पर फेंककर भाग गए। निर्भया को सफदरगंज अस्पताल पहुंचाया गया। हालत बिगड़ने पर सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ले जाया गया जहां 29 दिसंबर 2012 को उसकी मौत हो गई।
16 दिसंबर 2012 की आधी रात को हुई बलात्कार की इस वीभत्स घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया। लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। संसद से सड़क तक महिला सुरक्षा के नारे गूंजे। तमाम नियम कानून बने लेकिन नतीजा ढाक के वही तीन पात। बलात्कार की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही हैं। निर्भया कांड के बाद इन पांच घटनाओं ने भी लोगों को हिलाकर रख दिया और दिल्ली एक बार फिर शर्मसार हुई।
तारीख- 09 जनवरी 2014
घटना- यमुनापार के नंद नगरी में 13 वर्षीय किशोरी के साथ तीन लोगों ने बलात्कार किया।
कार्रवाई- तीनों आरोपी गिरफ्तार किए गए।
तारीख- 19 जून 2014
घटना- बिहार से अपनी पति के साथ आई एक महिला को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। गोकुलपुरी इलाके में उसे एक कमरे में बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया और छोड़कर भाग गए।
कार्रवाई- तीनों आरोपी गिरफ्तार किए गए।
तारीख- 06 अक्टूबर 2016
घटना- केशवपुरम् इलाके में एक 15 साल की किशोरी से दो लोगों ने गैंगरेप किया। पीड़िता मानसिक विक्षिप्त थी।
कार्रवाई- दोनों आरोपी गिरफ्तार किए गए।
तारीख- 17 अक्टूबर 2016
घटना- निहाल विहार में महज ढाई साल की बच्ची के साथ दो नाबालिगों ने गैंगरेप किया।
कार्रवाई- दोनों नाबालिग गिरफ्तार किए गए।
तारीख- 03 जुलाई 2017
घटना- मधु विहार इलाके में 19 साल की युवती से चलती कार में तीन युवकों ने गैंगरेप किया।
कार्रवाई- तीनों आरोपी गिरफ्तार
My View: सरकार और प्रशासन ने निर्भया कांड के बाद जिस तत्परता से कानून बनाए थे उतनी ही सक्रियता से उन्हें लागू करना होगा। साथ ही एक नागरिक के तौर पर हमारी भी जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम अपने आस-पास के माहौल को लेकर अधिक सजग हों और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।