जब सचिन तेंदुलकर को आउट करने पर इस गेंदबाज को मिली जान से मारने की धमकी

भारत की ओर से 463 वनडे खेलने वाले तेंदुलकर ने इस फॉर्मेट में 18,426 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 49 शतक समेत 96 अर्धशतक भी जमाए। वहीं बात अगर टेस्ट की करें तो 200 मैचों में इस खिलाड़ी ने 51 शतक और 68 अर्धशतक की मदद से 15,921 रन बनाए...

By भाषा | Published: June 8, 2020 07:13 AM2020-06-08T07:13:08+5:302020-06-08T07:13:08+5:30

Received death threats: Tim Bresnan recalls denying Sachin Tendulkar opportunity to score 100th century | जब सचिन तेंदुलकर को आउट करने पर इस गेंदबाज को मिली जान से मारने की धमकी

जब सचिन तेंदुलकर को आउट करने पर इस गेंदबाज को मिली जान से मारने की धमकी

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Highlightsसचिन तेंदुलकर को किया था 100वें शतक से महरूम।टेस्ट में तेंदुलकर को आउट करने पर टिम ब्रेसनेन को मिली जान से मारने की धमकी।

इंग्लैंड की टीम से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने दावा किया है कि 2011 में टेस्ट के दौरान महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक से महरूम करने के बाद उन्हें और ऑस्ट्रेलियाई अंपायर रोड टकर को जान से मारने की धमकी मिली थी।

ब्रेसनेन ने कहा कि 2011 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तेंदुलकर ने अपना 99वां शतक पूरा किया था और ओवल में चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में वह जब 91 रन बनाकर खेल रहे थे तब उनकी गेंद पर टकर ने इस बल्लेबाज को पगबाधा करार दिया था। ब्रेसनेन ने ‘यॉर्कशर क्रिकेट: कवर्स आफ’ पॉडकास्ट के दौरान कहा, ‘‘वह गेंद संभवत: लेग साइड से बाहर जा रही थी और ऑस्ट्रेलिया के अंपायर टकर ने उसे आउट दे दिया। वह 80 के आसपास (असल में 91) रन बनाकर खेल रहा था और निश्चित रूप से शतक बना लेता। हम श्रृंखला जीते और दुनिया की नंबर एक टीम बने।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों को जान से मारने की धमकी मिली, मुझे और उस अंपायर को, इसके बाद कई बार हमें जान से मारने की धमकी मिलती रही। मुझे ट्विटर पर धमकी मिली और उसे लोगों ने उसके घर के पते पर पत्र लिखे। जान से मारने की धमकी के साथ लिखा था कि तुमने उसे आउट कैसे दे दिया? गेंद लेग साइड से बाहर जा रही थी।’’

ब्रेसनेन के अनुसार इन धमकियों को देखते हुए टकर को अपनी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ महीनों बाद वह मुझसे मिले और कहने लगा कि दोस्त, मुझे सुरक्षा गार्ड रखना पड़ा। आस्ट्रेलिया में उसके घर के आसपास पुलिस की सुरक्षा थी।’’

तेंदुलकर इसके बाद 2012 एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर अपनी अपने शतकों का सैकड़ा पूरा कर पाए। अक्टूबर 2013 में संन्यास लेने वाले तेंदुलकर 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। उनके टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में क्रमश: 15921 और 18426 रन बनाए।

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