Solar Eclipse: 'सूर्य ग्रहण' से पड़ेगा रणजी ट्रॉफी के मैचों पर असर! बीसीसीआई ने किया अपनी योजना का खुलासा

Solar Eclipse: 26 दिसंबर को भारत में लगने वाले सूर्य ग्रहण का असर रणजी ट्रॉफी मैचों पर भी पड़ सकता है, जानिए बीसीसीआई की तैयारी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 25, 2019 10:19 AM2019-12-25T10:19:59+5:302019-12-25T10:19:59+5:30

Will solar eclipse impact Ranji Trophy matches, BCCI gives this reply | Solar Eclipse: 'सूर्य ग्रहण' से पड़ेगा रणजी ट्रॉफी के मैचों पर असर! बीसीसीआई ने किया अपनी योजना का खुलासा

क्या सूर्य ग्रहण की वजह से होगा रणजी ट्रॉफी मैचों के कार्यक्रम में बदलाव

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Highlights26 दिसंबर को सुबह 8 बजे से दोपहर 1.35 बजे तक होगा सूर्यग्रहणसूर्य ग्रहण की वजह से रणजी ट्रॉफी के मैच भी हो सकते हैं प्रभावित

गुरुवार (26 दिसंबर) को भारत में लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस दिन खेले जाने वाले रणजी ट्रॉफी के मैचों के कार्यक्रमों या उसकी शुरुआत के समय में बदलाव को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं दी है।  

हालांकि भारत के ज्यादातर हिस्सों में ये आंशिक सूर्यग्रहण होगा, जो दक्षिण भारत के राज्यों में भी कुछ हिस्सों में नजर आएगा। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे खिलाड़ियों को नुकसान पहुंच सकता है। 

सूर्य ग्रहण सुबह 8 बजे से दोपहर 1.35 बजे तक

सूर्यग्रहण गुरुवार सुबह 7.59 मिनट पर शुरू होकर दोपहर में 1.35 मिनट पर खत्म होगा। ग्रहण का सबसे ज्यादा असर सुबह 10.47 मिनट पर होगा, जो करीब साढ़े तीन मिनट तक रहेगा। रणजी ट्रॉफी के मैच सुबह 9.30 बजे से शुरू होते हैं।

बीसीसीआई ने बताई, सूर्य ग्रहण को लेकर की है क्या तैयारी

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 'बीसीसीआई के जनरल मैनेजेर (ऑपरेशंस) सबा करीम ने कहा, हमने गुरुवार को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। हम इसे मैच रेफरी पर छो़ड़ देंगे।' भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर रहे सबा करीम 1990 के दशक में उस घरेलू मैच का हिस्सा था, जिसके कार्यक्रम में सूर्यग्रहण की वजह से बदलाव किया गया था।

मैसूर में बुधवार से कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के बीच रणजी ट्रॉफी मैच खेला जा रहा है। लेकिन इस मैच से पहले हुई कप्तानों और मैच अधिकारियों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई।

मैसूर दक्षिण भारत में उस रास्ते के सबसे नजदीक पड़ता है, जहां रिंग ऑफ फायर (सूर्यग्रहण की वजह से सूर्य का कुछ हिस्सा ही नजर आता है और एक रिंग जैसा लगता है) नजर आएगा। माना जा रहा है कि ग्रहण के दौरान सूर्य अधिकतम 88 फीसदी धुंधला होगा। 

नेत्र विज्ञानियों का कहना है कि अगर लोग सूरज को नंगी आंखों से सीधे देखें तो उनकी रेटिना के खराब होने का खतरा रहता है।

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