सच कहूं तो अगर रोहित भैया डांट नहीं रहे तो लगता कुछ गड़बड़ है, क्या हुआ, डांट क्यों नहीं रहे?,  यशस्वी जायसवाल ने कहा-मेरी किसी बात से बुरा तो नहीं लगा?

सच कहूं तो अगर रोहित भैया डांट नहीं रहे हों तो लगता है कि कुछ गड़बड़ है, क्या हुआ, डांट क्यों नहीं रहे?

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 10, 2025 21:58 IST

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ठळक मुद्देरोहित भैया जब भी हमें डांटते हैं, उसमें बहुत सारा लाड़ और प्यार छुपा होता है।मौजूदगी कैसे ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल देती है।विराट कोहली और रोहित दोनों के साथ बड़ी साझेदारियां कीं।

नई दिल्लीः भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने बुधवार को कहा कि रोहित शर्मा जब मैदान पर अपने पसंदीदा जूनियर खिलाड़ियों में से किसी को नहीं डांटते तो वे असहज महसूस करने लगते हैं क्योंकि पूर्व कप्तान की डांट हमेशा लाड़ और प्यार से भरी होती है। जब रोहित भारत के टेस्ट कप्तान थे तब मैदान पर खिलाड़ियों की क्षेत्ररक्षण की गलतियों पर अपने मजाकिया अंदाज के लिए मशहूर हो गए थे जो अब ‘मीम’ के रूप में काफी लोकप्रिय हैं। जायसवाल ने कहा, ‘‘रोहित भैया जब भी हमें डांटते हैं, उसमें बहुत सारा लाड़ और प्यार छुपा होता है।

सच कहूं तो अगर रोहित भैया डांट नहीं रहे हों तो लगता है कि कुछ गड़बड़ है, क्या हुआ, डांट क्यों नहीं रहे? कहीं उन्हें मेरी किसी बात से बुरा तो नहीं लगा? ’’ जायसवाल ने विशाखापत्तनम में अपने पहले वनडे शतक के दौरान विराट कोहली और रोहित दोनों के साथ बड़ी साझेदारियां कीं। उन्होंने बताया कि उनकी मौजूदगी कैसे ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल देती है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब वे दोनों (रो-को, रोहित-कोहली) होते हैं तो हमारे लिए बहुत अच्छा होता है क्योंकि वे खेल पर चर्चा करते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं। उन्होंने जिस तरह भारत के लिए मैच खेले और जीते हैं, वे हमारे लिए प्रेरणा हैं। वे हमें बताते हैं कि उन्होंने अपने युवा दिनों में कौन सी गलतियां कीं और हम कैसे उनसे बच सकते हैं। ’’

जायसवाल ने कहा, ‘‘जब वे नहीं होते तो हमें उनकी कमी खलती हैं। जब वे होते हैं तो माहौल आरामदायक (रिलैक्स्ड) हो जाता है। तीसरा वनडे खेलते समय रोहित भैया ने मुझसे कहा कि मैं संयमित रहूं, समय लूं और वह खुद जोखिम उठाएंगे, कितने लोग ऐसा करेंगे? इसी तरह विराट पाजी ने मुझे छोटे-छोटे लक्ष्य दिए और कहा कि हमें यह मैच जीतना होगा। ’’

जायसवाल ने कहा कि उनका यह पहला वनडे शतक उन्हें ओवल टेस्ट शतक जितना ही खास लगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह टी20 विश्व कप टीम में जगह बनाने के बारे में सोचते हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सपना है कि मैं टी20 विश्व कप खेलूं, लेकिन मैं अपने खेल पर ध्यान रखने की कोशिश करता हूं और अपने समय का इंतजार करूंगा। ’’ क्या वह भविष्य में भारत की कप्तानी कर सकते हैं तो इस पर जायसवाल बोले, ‘‘अगर मौका मिला तो मैं भारत की कप्तानी करना चाहूंगा। ’’

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