कोच्चि, 21 अगस्त: तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने आजीवन प्रतिबंध घटाकर सात साल किये जाने के बाद फिर से केरल की तरफ से रणजी ट्रॉफी में खेलने की इच्छा जाहिर की और उम्मीद जतायी कि एक दिन उन्हें फिर से भारतीय टीम से खेलने का मौका मिलेगा।
बीसीसीआई लोकपाल डी के जैन ने श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध कम करके सात साल कर दिया है जो 2020 में समाप्त हो जाएगा। श्रीसंत ने बैन की अवधि घटाए जाने पर सुप्रीम कोर्ट, बीसीसीआई और अपने सभी शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा किया है।
'100 टेस्ट विकेट के साथ करियर खत्म करना चाहता हूं'
श्रीसंत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं इस फैसले से बहुत खुश हूं। मैं केरल रणजी टीम में वापसी करके टीम की जीत में योगदान देना पसंद करूंगा। मैं अगले महीने से अभ्यास शुरू कर दूंगा। केरल के युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और यह एक प्रेरणा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि मैं भारतीय टीम में वापसी करने में सफल रहूंगा। मैंने टेस्ट क्रिकेट में 87 विकेट लिये हैं। मुझे 100 विकेट पूरे करने के लिये केवल 13 विकेट की दरकार है।’’
श्रीसंत पर 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में राजस्थान रॉयल्स के दो और खिलाड़ियों अजित चंदीला और अंकित चह्वाण के साथ आईपीएल में कथित स्पॉट फिक्सिंग के लिए आजीवन बैन लगाया गया था।