पेट भरने के लिए कभी गोलगप्पे बेचा करते थे यशस्वी जायसवाल, डेयरी दुकान में गुजारी रातें

उत्तर प्रदेश स्थित भदोही के रहने वाले यशस्वी महज 11 साल की उम्र में क्रिकेटर बनने का सपना लिए चाचा के पास मुंबई आ गए थे।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: October 16, 2019 7:08 PM

Open in App

मुंबई के यशस्वी जायसवाल ने लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। विजय हजारे सत्र में पदार्पण कर रहे 17 बरस के यशस्वी ने झारखंड के खिलाफ 154 गेंद में 203 रन बनाए, जिसमें 12 छक्के और 17 चौके शामिल हैं। मुंबई ने 359 रन का स्कोर खड़ा किया। उनकी इस पारी के दम मुंबई ने झारखंड पर 38 रन से जीत दर्ज की।

उत्तर प्रदेश स्थित भदोही के रहने वाले यशस्वी महज 11 साल की उम्र में क्रिकेटर बनने का सपना लिए चाचा के पास मुंबई आ गए थे। यहां चाचा के पास इतना बड़ा घर नहीं था कि उसमें यशस्वी को भी रखा जा सके, जिसके चलते इस युवा को डेयरी दुकान पर सोना पड़ता। जब बात पेट की भूख की आई, तो यशस्वी को एक फूड वेंडर के यहां काम करना पड़ा। साथ ही वह रात में गोलगप्पे भी बेचा करते थे। यहां से बुरे वक्त को पीछे छोड़ यशस्वी ने अपने करियर पर फोकस रखा और आज इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।

जायसवाल ने इससे पहले केरल के खिलाफ 113 और गोवा के खिलाफ 122 रन बनाए थे। लिस्ट ए में दोहरा शतक जमाने वाले वह नौवें भारतीय बल्लेबाज बन गए। पिछले सप्ताह केरल के संजू सैमसन ने गोवा के खिलाफ नाबाद 212 रन बनाये थे।

विजय हजारे ट्रॉफीः सर्वाधिक स्कोर

1. संजू सैमसन (केरल): 212 रन, विरुद्ध गोवा (2019)

2. यशस्वी जासवाल (मुंबई): 203 रन, विरुद्ध झारखंड (2019)

3. कर्णवीर कौशल (उत्तराखंड) 202 रन, विरुद्ध सिक्किम (2018)

टॅग्स :विजय हजारे ट्रॉफीमुंबई

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या