Uva प्रीमियर टी20 लीग (Uva Premier T20 league) में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस लीग को बादुल्ला (श्रीलंका) के नाम पर चंडीगढ़ से लगभग 16 किलोमीटर दूर मोहाली के एक गांव में आयोजित करवाया गया। अब इस मामले में मोहाली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तारी किया है।
मोहाली पुलिस के मुताबिक मामले में अभी जांच चल रही है। ऑनलाइन शिकायत के बाद गुरुवार रात को खरड़ से पंकज जैन और राजू नामक 2 लोगों गिरफ्तार किया है, जिनसे फिलहाल पूछताछ जारी है।
बुकियों द्वारा आयोजन का शक: ऑनलाइन शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की है। शुरुआती जांच में Uva प्रीमियर टी20 लीग में ऑनलाइन सट्टेबाजी की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि इस फर्जी टी20 लीग को भारत और अन्य देशों के बुकियों द्वारा आयोजित किया जा रहा था।
दिग्गज खिलाड़ियों को बताया कप्तान: इस टी20 लीग के प्रचार के दौरान कहा गया कि इसमें तिलकरत्ने दिलशान, परवेज फहरूफ, तिलन तुषारा और अजंता मेंडिस जैसे दिग्गज खिलाड़ी बतौर कप्तान मौजूद हैं, लेकिन श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इससे इनकार कर दिया है।
खिलाड़ियों ने छिपा रखा था चेहरा: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसमें पंजाब के ही स्थानीय खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने कोरोना की आड़ में चेहरे को मास्क से छिपा रखा था और यू-ट्यूब पर लाइव कवरेज के दौरान किसी भी खिलाड़ी का क्लोज-अप शॉट नहीं लिया गया।
बीसीसीआई ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। भ्रष्टाचार रोधी इकाई के प्रमुख अजीत सिंह ने कहा, "अगर ये बीसीसीआइ से मान्यता प्राप्त लीग होती या फिर इसमें खिलाडि़यों की भागीदारी होती तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते थे। अगर यह सट्टेबाजी के उद्देश्य से किया गया है तो यह अपराध है और यह पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है।" श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी इस मामले को देखने का निर्देश दिया है।