Highlightsटीम इंडिया वतन वापसी करने जा रही हैलेकिन इस बीच वेस्टइंडीज के बारबाडोस में तूफान आने से उसकी राह मुश्किल हो गईंसाथ ही वहां के प्रशासन ने हवाई सेवा बंद करने का फैसला लिया
T20 World Cup: टी-20 विश्व कप फाइन जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम अब वतन वापसी करने जा रही है, लेकिन इस बीच वेस्टइंडीज के बारबाडोस में आए तूफान 'बेरिल' में वे बुरी तरह फंस गए हैं। तूफान के चलते कैरिबियाई द्वीप राष्ट्र ने सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा को बंद करने का फैसला लिया है। गौरतलब है कि भारतीय दल में लगभग 70 सदस्य हैं और इसमें क्रिकेट टीम, उसके सहयोगी स्टाफ, परिवार और अधिकारी शामिल हैं।
रिपोर्ट में बताया कि भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम अपने होटल में रुकने का विकल्प है क्योंकि तूफान के गंभीर और विकराल होने की आशंका है। इस कारण बारबाडोस प्रशासन हवाई अड्डा बंद कर सकता है और उड़ानें रद्द की जा रही हैं। यहां तक कि भारतीय टीम भी तूफान थमने और हवाईअड्डे के दोबारा शुरू होने तक यहीं रुकी रहेगी। सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की जा रही हैं।
30 जून से लगा कर्फ्यू
एएनआई रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि 30 जून को शाम 6 बजे से वहां पर कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और इस कारण सभी स्टोर और कार्यलयों को भी बंद करवा दिया गया है। 30 जून से पहले पीटीआई रिपोर्ट में बताया गया था कि रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय क्रिकेट टीम की सभी योजना धराशाही हो गई है, क्योंकि तूफान बेरिल ने अपना रंग ले लिया और इससे बारबाडोस में 210 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर रफ्तार से हवा चल रही।
पीटीआई की रिपोर्ट में चक्रवात की कैटेगरी 4 बाराबाडोस से दक्षिण-पूर्वी हिस्से से 570 किलोमीटर मात्र दूर है, इसलिए ब्रिजटाउन में स्थित एयरपोर्ट को शाम तक बंद कर दिया जाएगा। एएनआई और इंडियाटुडे ने यह भी बताया कि भारतीय मीडिया, जो खेल टूर्नामेंट को कवर करने के लिए कैरेबियन में थे, तूफान बेरिल के कारण फंसे हुए हैं।
रॉयटर्स ने यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) का हवाला देते हुए बताया कि "बेहद खतरनाक" श्रेणी 4 के तूफान से 1 जुलाई को कैरेबियन में तेज हवाएं और अचानक बाढ़ आने की आशंका है। यह 2024 सीजन का पहला तूफान है, जो हर साल 1 जून से 30 नवंबर तक चलता है।
एनएचसी के आंकड़ों के अनुसार, 30 जून को बेरिल तूफान डेनिस को पछाड़कर रिकॉर्ड पर सबसे पहला श्रेणी 4 तूफान बन गया, जो 8 जुलाई 2005 को श्रेणी 4 बन गया।