सुनील गावस्कर का खुलासा, उनकी डेब्यू टेस्ट सीरीज में ये विपक्षी खिलाड़ी चाहता था कि वह शतक जड़ें, उन्हीं के नाम पर रखा अपने बेटे का नाम

Sunil Gavaskar: पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1971 में अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज से जुड़ी एक मजेदार घटना का खुलासा किया है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 8, 2020 09:36 AM2020-06-08T09:36:54+5:302020-06-08T09:40:05+5:30

Sunil Gavaskar recalls opposition player Rohan Kanhai wanting him to score century | सुनील गावस्कर का खुलासा, उनकी डेब्यू टेस्ट सीरीज में ये विपक्षी खिलाड़ी चाहता था कि वह शतक जड़ें, उन्हीं के नाम पर रखा अपने बेटे का नाम

सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज से जुड़ा किस्सा किया साझा (File Photo)

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Highlightsगावस्कर ने अपनी पहली टेस्ट सीरीज 1971 में वेस्टइंडीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थीसुनील गावस्कर ने साझा किया पहली टेस्ट सीरीज में विंडीज खिलाड़ी रोहन कन्हाई से जुड़ा किस्सा

पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1971 में अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में हुई एक घटना को याद किया है, जब महान विंडीज खिलाड़ी रोहन कन्हाई ने इस बल्लेबाज को कुछ शब्द कहे थे। गावस्कर जब अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे तो उन्होंने एक लापरवाही भरा शॉट खेला और तभी कन्हाई उनके पास गए। 

हालांकि गावस्कर के खिलाफ स्लेजिंग करने या उन्हें उल्टा-सीधा कहने के बजाय कन्हाई ने कुछ एकदम उलट कहा, जिसे गावस्कर आज तक 'अविश्सनीय' मानते हैं। 

गावस्कर की डेब्यू टेस्ट सीरीज में इस विंडीज खिलाड़ी ने बढ़ाया था उनका उत्साह

गावस्कर ने गौरव कपूर के शो 22 यार्न्स में बताया, 'मेरी डेब्यू सीरीज में, जब भी मैं कोई खराब शॉट खेलता तो वह (कन्हाई) मुझे पार करके स्लिप की ओर जाते समय, अगर विकेटकीपर को सुनाई न दे रहा हो, तो वह मेरे कानों में कहते थे, 'एकाग्रता! क्य तुम शतक बनाना नहीं चाहते? तुम्हारे साथ क्या दिक्कत है? वह विपक्षी खिलाड़ी थे, वह मेरे खिलाफ स्लेजिंग नहीं कर रहे थे, वह वास्तव में चाहते थे कि मैं शतक बनाऊं। अविश्वसनीय!'

गावस्कर ने अपनी पहली टेस्ट सीरीज में तीन शतक और दो दोहरे शतक लगाए थे। उस सीरीज में न केवल गावस्कर को नाम और शोहरत मिली, बल्कि उनकी कन्हाई के साथ दोस्ती भी हो गई और बाद में ये दोनों बेहतरीन दोस्त बने, यहां तक कि गावस्कर ने अपने बेटे का नाम रोहन (गावस्कर) भी कन्हाई के नाम पर ही रखा। 

गावस्कर ने कहा, 'उनकी बल्लेबाजी के अलावा (मैं रोहन कन्हाई का इसलिए सम्मान करता हूं क्योंकि) उन्होंने जिस तरह मेरा उत्साह बढ़ाया था। त्रिनिदाद, गयाना में अफ्रीकन मूल और भारतीय मूल के लोगों के बीच हमेशा से ही ये मुद्दा रहा है। मैदान के बाहर वह सबसे अच्छे इंसानों में से एक थे। मेरे बेटे का नाम उनके नाम पर रखना में मुझे कोई मुश्किल नहीं हुई।'

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