कोलंबो, 22 अक्टूबर: भ्रष्टाचार के कई मामले झेल रहे श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) को वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के प्रवक्ता रूवान गुणासेकरा ने कहा कि एसएलसी की शिकायत पर पियाल नंदना को गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले श्रीलंका सरकार में मंत्री और क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने सोमवार को यहां कहा कि उनके देश में मैच फिक्सिंग से जुड़े मामलों की जांच और कानूनी मसौदा बनाने में भारत मदद करेगा।
पेट्रोलियम मंत्री रणतुंगा ने कहा कि भारत का केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) श्रीलंका क्रिकेट में बड़े पैमाने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में तकनीकी विशेषज्ञता मुहैया करा सकता है। रणतुंगा ने नई दिल्ली से यहां लौटने के बाद कहा, 'हमारे पास इस समस्या से पूरी तरह से निपटने की विशेषज्ञता या कानून नहीं हैं। भारत इससे जुड़ा कानूनी मसौदा बनाने में भी मदद करेगा।'
सीबीआई ने 2000 में रणतुंगा और टीम के उपकप्तान अरविंद डि सिल्वा पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगया था लेकिन बाद में दोनों को आरोप मुक्त कर दिया गया था।
श्रीलंका क्रिकेट के सीएफओ की गिरफ्तारी एक कथित वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित है जिसका खुलासा इस साल सितंबर में हुआ है। यह मामला श्रीलंका के मौजूदा इंग्लैंड दौरे के प्रसारण अधिकारों से जुड़े 55 लाख डॉलर के घोटाले को लेकर है।
पुलिस को की गयी शिकायत में श्रीलंका क्रिकेट ने सीएफओ नंदना को मुख्य आरोपी बताया था। नंदना ने हालांकि दावा किया था कि उनके ई-मेल को हैक कर लिया गया था और रकम को किसी अन्य खाते में स्थानांतरित करने का अनुरोध भेजा था।
यह रकम इंग्लैंड के मौजूदा दौरे के प्रसारण अधिकारों से जुड़ी है जिसका अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स के पास है। श्रीलंका ने क्रिकेट में जुड़े भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर होने के बाद वादा किया था कि मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए विशेष पुलिस इकाई का गठन किया जाएगा। मैच फिक्सिंग के ये आरोप मई में जारी वृत्तचित्र में लगाये गये थे।
हाल के दिनों में देश के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सनथ जयसूर्या पर आईसीसी ने मैच फिक्सिंग से जुड़ी जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था।