HighlightsSouth Africa Final T20 World Cup 2024: शानदार गेंदबाजी की। सही जगहों पर गेंद डाली। South Africa Final T20 World Cup 2024: यह जीत हमारे लिये काफी मायने रखती है।South Africa Final T20 World Cup 2024: यह हमारे लिये अगला कदम है।
South Africa Final T20 World Cup 2024: दक्षिण अफ्रीका को पहली बार टी20 विश्व कप फाइनल में ले जाने वाले कप्तान एडेन मार्करम ने खिलाड़ियों से शांतचित्त रहने और खिताबी मुकाबले से नहीं डरने का आग्रह किया है। दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को नौ विकेट से हराया। अब फाइनल में उसका सामना इंग्लैंड या भारत से होगा। मैच के बाद कहा ,‘यह हमारे लिये अगला कदम है। फाइनल हम पहली बार खेलने जा रहे हैं लेकिन डरने की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा ,‘यह जीत हमारे लिये काफी मायने रखती है।
हमारे पास कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं लेकिन इस तरह के प्रदर्शन के लिये पूरी टीम को एक ईकाई के रूप में खेलना होता है।’ अफगानिस्तान को 56 रन पर समेटने वाले अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा ,‘हमने शानदार गेंदबाजी की। सही जगहों पर गेंद डाली। कप्तान ने कहा कि विपक्षी टीम पर चढ़ाई करो और जीत लो दुनिया!
गेंदबाजों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है।’ एडेन मार्करम ने कहा ,‘इन हालात में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण था। किस्मत ने हमारा साथ दिया कि हम साझेदारी निभा सके। कुछ मुकाबले करीबी रहे और दक्षिण अफ्रीका में भोर में उठकर मैच देखने वालों की सांसें थम गई होगी लेकिन शुक्र है कि आज ऐसा नहीं हुआ।’
प्लेयर आफ द मैच मार्को जेनसन ने कहा कि उनका फोकस सही जगहों पर गेंद डालने पर था । उन्होंने कहा ,‘शानदार लग रहा है। हमने अच्छा खेला और रणनीति पर बखूबी अमल किया। हम सही जगहों पर गेंद डालने पर ही फोकस कर रहे थे।’ अब हमें किसी को हराने में कोई डर नहीं।
आईसीसी टूर्नामेंटों में ‘ट्रेजेडी’ का इतिहास रहा है दक्षिण अफ्रीका का
विश्व कप नॉकआउट में दक्षिण अफ्रीका का दिल बार बार टूटता आया है। उसकी दास्तां शेक्सपियर की किसी ‘ट्रेजेडी’ की तरह ही रही जिसमें सुखांत का बस इंतजार ही रहता था। आलम यह था कि दक्षिण अफ्रीका को दबाव के आगे घुटने टेकने वाले ‘चोकर्स’ कहा जाने लगा लेकिन एक मैच ने दास्तां बदल दी, वक्त बदल दिया और जज्बात बदल दिये। अफगानिस्तान को तारोबा में टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में नौ विकेट से हराकर पहली बार दक्षिण अफ्रीका टीम फाइनल में पहुंची तो न जाने कितने सालों के जख्मों पर मरहम लग गया।
दक्षिण अफ्रीका के आईसीसी टूर्नामेंटों में निराशाजनक अतीत की बानगी इस प्रकारः
आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1992 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल: दबाव के आगे घुटने नहीं टेके लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। रंगभेद के कारण बाईस साल का निष्कासन झेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटी दक्षिण अफ्रीका के पास बेहतरीन तेज गेंदबाज और चुस्त फील्डर थे। लेकिन सेमीफाइनल में बारिश आई और उसे सात गेंद से 22 रन की बजाय अब एक गेंद में 22 रन बनाने का संशोधित लक्ष्य मिला।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 1996 विश्व कप क्वार्टर फाइनल: सभी ग्रुप मैच जीतने के बाद हैंसी क्रोन्ये की टीम का पलड़ा भारी माना जा रहा था लेकिन ब्रायन लारा की जबर्दस्त बल्लेबाजी के बाद रोजर हार्पर और जिम्मी एडम्स की फिरकी के जाल में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फंसते चले गए और 19 रन से हार गए।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1999 विश्व कप सेमीफाइनल: दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट इतिहास का सबसे निराशाजनक मैच। टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे लांस क्लूसनर को जिसने ‘ट्रेजेडी किंग’ बना दिया। जीत के लिये 214 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका को आखिरी ओवर में नौ रन बनाने थे। आखिरी जोड़ी क्रीज पर थी। क्लूसनर ने पहली दो गेंद पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर एलेन डोनाल्ड रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। सुपर सिक्स चरण में जीत दर्ज करने के कारण आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचा।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2007 विश्व कप सेमीफाइनल: पहले बल्लेबाजी का दक्षिण अफ्रीका का फैसला गलत साबित हुआ। ग्रीम स्मिथ, हर्शल गिब्स , जाक कैलिस, एबी डिविलियर्स और मार्क बाउचर जैसे धुरंधर 149 के स्कोर पर आउट हो गए। आस्ट्रेलिया ने 20 ओवर बाकी रहते मैच जीता।
पाकिस्तान के खिलाफ 2009 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल: दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, भारत को हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। लेकिन शाहिद अफरीदी की शानदार स्पिन गेंदबाजी के सामने टीम 150 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर सकी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ 2011 वनडे विश्व कप क्वार्टर फाइनल: एबी डिविलियर्स, फाफ डु प्लेसी, ग्रीम स्मिथ, जाक कैलिस और जेपी डुमिनी जैसे दिग्गज न्यूजीलैंड के खिलाफ 222 रन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाये। एक समय 25 ओवर में आठ विकेट पर 108 रन बनाने के बाद अगले सात विकेट 64 रन पर गंवा दिये।
इंग्लैंड के खिलाफ 2013 चैम्पियंस ट्रॅाफी सेमीफाइनल: दक्षिण अफ्रीका का स्कोर आठ विकेट पर 80 रन था जिसके बाद डेविड मिलर और रोरी क्लेनवेल्ट ने इसे 175 रन तक पहुंचाया। जोनाथन ट्रॉट के नाबाद 82 रन की मदद से इंग्लैंड ने 12 ओवर और सात विकेट बाकी रहते जीत दर्ज की।
भारत के खिलाफ 2014 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल: भारतीय टीम ने एक ईकाई के रूप में शानदार प्रदर्शन करके दक्षिण अफ्रीका को हराया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ 2015 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल: दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटरों की सुनहरी पीढ़ी। हर विभाग में उत्तम लेकिन फिर सेमीफाइनल हारे। न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल में हराकर फिर दक्षिण अफ्रीका का दिल तोड़ा।
नीदरलैंड के खिलाफ 2022 टी20 विश्व कप सुपर 12: सेमीफाइनल से एक जीत दूर दक्षिण अफ्रीकी टीम को नीदरलैंड ने 13 रन से हराकर उलटफेर कर दिया था।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल: लीग चरण में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अंतिम चार के अहम मुकाबले में एक बार फिर ‘चोकर ’ साबित हुई दक्षिण अफ्रीका टीम।
दक्षिण अफ्रीका को पहली बार टी20 विश्व कप फाइनल में ले जाने वाले कप्तान एडेन मार्करम इस पिच पर दोबारा नहीं खेलना चाहते लेकिन उन्हें खुशी है कि उनकी टीम ने चुनौतीपूर्ण पिच पर एकतरफा जीत दर्ज की। ब्रायन लारा स्टेडियम की पिच पर मिलने वाली सीम का फायदा उठाकर उनके तेज गेंदबाजों ने अफगानिस्तान को 56 रन पर आउट करके नौ विकेट से जीत दर्ज की ।
अगर पिच की बात करें तो हमें खुशी है कि इस पर दोबारा नहीं खेलना है । टी20 क्रिकेट में आप मनोरंजन चाहते हैं। उन्होंने कहा ,‘पूरे टूर्नामेंट में पिचें चुनौतीपूर्ण थी। वैसे यह कहना मुश्किल है कि विकेट कठिन थी क्योंकि हमेशा यह बल्लेबाजों का खेल तो नहीं हो सकता। ऐसी विकेटों पर जीत के रास्ते निकालना अहम था ।’’ दक्षिण अफ्रीका को अब बारबडोस में फाइनल में इंग्लैंड या भारत से खेलना है।
इस तरह की पिच पर कोई भी विश्व कप का सेमीफाइनल नहीं खेलना चाहेगा: ट्रॉट
अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां टी20 विश्व कप सेमीफाइनल के लिए इस्तेमाल की गई पिच की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह के बड़े मुकाबले के लिए यह उपयुक्त नहीं थी। इस पिच से तेज गेंदबाजों को मूवमेंट मिल रहा था और इसमें अनिश्चित उछाल दी थी। अफगानिस्तान की टीम इस पिच पर केवल 56 रन बनाकर आउट हो गई जो टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूनतम स्कोर है। दक्षिण अफ्रीका ने भले ही लक्ष्य 8.5 ओवर में हासिल कर दिया लेकिन उसके बल्लेबाजों को भी संघर्ष करना पड़ा।
ट्रॉट ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं खुद को परेशानी में नहीं डालना चाहता और मैं अंगूर खट्टे हैं जैसा मामला भी नहीं बनना चाहता लेकिन यह उस तरह की पिच नहीं थी जिस पर कोई विश्व कप का सेमीफाइनल खेलना चाहेगा।’’ इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि इस पिच ने बल्लेबाजी को पूरी तरह से खेल से बाहर कर दिया।
उन्होंने कहा,‘‘मुकाबला बराबरी का होना चाहिए। मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि यह सपाट होनी चाहिए जिसमें स्पिन या सीम मूवमेंट न हो। मेरे कहने का मतलब है कि आपको बल्लेबाजों की भी चिंता होनी चाहिए। बल्लेबाजों को अपने पांव के मूवमेंट पर विश्वास होना चाहिए और उन्हें अपने कौशल का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए।’’
ट्रॉट ने कहा,‘‘टी20 का खेल आक्रामकता तथा रन बनाने और विकेट लेने से जुड़ा है। यह प्रारूप क्रीज पर टिके रहने के लिए नहीं बना है।’’ तारोबा में विश्व कप के पांच मैच खेले गए जिनमें से पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम केवल एक बार 100 रन के पार पहुंची। मेजबान वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट पर 149 रन बनाए और उसका सफलतापूर्वक बचाव भी किया।
अफगानिस्तान का अपना पहला विश्व कप सेमीफाइनल खेलने से पहले काफी व्यस्त कार्यक्रम था और ट्रॉट ने कहा कि उनके खिलाड़ी थके हुए थे। उन्होंने कहा,‘‘हम पिछले मैच के बाद तीन बजे होटल पहुंच पाए थे और इसके 5 घंटे बाद हमें निकलना पड़ा। इस तरह से हमें सोने का बहुत अधिक वक्त नहीं मिला और खिलाड़ी वास्तव में थके हुए थे।’’
ट्रॉट ने कहा,‘‘लेकिन हम अपने कार्यक्रम से अवगत थे और यह कोई बहाना नहीं है। जब आप विश्व कप या किसी टूर्नामेंट में खेलते हैं तो सभी चीजें आपके अनुरूप नहीं होती हैं और आपको इन मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ना होता है।’’