स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और राधा यादव को सम्मान, प्रत्येक को 2.25 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तीनों को ‘महाराष्ट्र का गौरव’ बताया

क्रिकेट टीम के कोच अमोल मजूमदार को 22.5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया जबकि सहयोगी स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 11 लाख रुपये दिए गए।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 7, 2025 16:36 IST2025-11-07T16:35:44+5:302025-11-07T16:36:45+5:30

Smriti Mandhana, Jemimah Rodrigues Radha Yadav honoured cash prize Rs 2.25 crore each CM Devendra Fadnavis called 3 pride of Maharashtra | स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और राधा यादव को सम्मान, प्रत्येक को 2.25 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तीनों को ‘महाराष्ट्र का गौरव’ बताया

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Highlightsआपकी जीत से राज्य में खुशी का माहौल है।आपने महाराष्ट्र को गौरवान्वित किया है। भारतीय महिला क्रिकेट के लिए इतिहास रच दिया।

मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को यहां भारतीय महिला विश्व कप विजेता टीम की सदस्य स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और राधा यादव को सम्मानित करते हुए दिया। दक्षिण मुंबई स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान फडणवीस ने तीनों को ‘महाराष्ट्र का गौरव’ बताया और कहा कि टीम की जीत युवा लड़कियों को खेलों में शामिल होने के साथ वैश्विक मंच पर चमकने के लिए प्रेरित करेगी। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम ने रविवार को नवी मुंबई में हुए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर 52 रन की जीत से अपना पहला वैश्विक खिताब (50 ओवर का विश्व कप) जीतकर भारतीय महिला क्रिकेट के लिए इतिहास रच दिया। फडणवीस ने कहा, ‘‘आपने महाराष्ट्र को गौरवान्वित किया है। आपकी जीत से राज्य में खुशी का माहौल है।

सेमीफाइनल में जेमिमा का शतक ‘टर्निंग प्वाइंट’ था जिसमें मिली जीत ने हमें फाइनल तक पहुंचाया। यह टीम वापसी कर जिस तरह एक परिवार की तरह खेली, उससे पता चलता है कि सही मायने में ‘टीम वर्क’ क्या होता है। ’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दुनिया ने देखा कि विश्व कप पहली बार भारत ने जीता जो पारंपरिक रूप से चुनिंदा देशों के पास जाता था। यह गर्व की बात है।

पूरी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। ’’ खिलाड़ियों की एकजुटता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि टीम भावना और आपसी तालमेल टीम की सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा, ‘‘पेशेवर क्रिकेट में सहयोग के बिना जीत संभव नहीं है। कोच, सहयोगी स्टाफ और मार्गदर्शकों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। ’’

फडणवीस ने महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में उनके प्रयासों के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जय शाह की भी प्रशंसा की। क्रिकेट टीम के कोच अमोल मजूमदार को 22.5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया जबकि सहयोगी स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 11 लाख रुपये दिए गए।

गेंदबाजी कोच आविष्कार साल्वी, पूर्व दिग्गज क्रिकेटर डायना एडुल्जी, विश्लेषक अनिरुद्ध देशपांडे, लॉजिस्टिक्स समन्वयक अपर्णा गंभीरराव और सहयोगी स्टाफ सदस्य मिहिर उपाध्याय, पूर्वा काटे और ममता शिरुरुल्ला इस मौके पर मौजूद थे। उप-कप्तान मंधाना ने राज्य के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हमें आमंत्रित करने और सम्मानित करने के लिए धन्यवाद और वो भी मुंबई में जो इसे और भी खास बनाता है। महाराष्ट्र ने हमेशा हमारा समर्थन किया है। 2017 में भी जब हम उपविजेता रहे थे तब भी हमें सम्मानित किया गया था।

हमारे कई सहयोगी स्टाफ इसी राज्य से हैं। उनकी कड़ी मेहनत के बिना यह जीत संभव नहीं होती। ’’ मजूमदार ने कहा, ‘‘जब हम सेमीफाइनल और फाइनल के लिए मुंबई आए थे तो हमारे अंदर उत्साह और भरोसा था कि यहां कुछ ऐतिहासिक होगा। इन खिलाड़ियों का कौशल स्तर कल्पना से परे है। उनका बस एक ही सपना था - विश्व कप जीतना और उन्होंने इसके लिए दिन-रात मेहनत की। ’’

बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव ने कहा कि उन्हें इस तरह पहली बार सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने मेरा समर्थन किया, उन सभी के प्रति आभारी हूं। ’’ जेमिमा ने कहा, ‘‘अब हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य अगली पीढ़ी के लिए खेल को एक बेहतर मुकाम पर छोड़ना है। मेरे माता-पिता के चेहरों पर मुस्कान किसी भी चीज से ज़्यादा मायने रखती है। ’’

उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने महिला टीम की जीत और भारत की पुरुष टीम की 1983 विश्व कप जीत के बीच समानताएं बताईं। उन्होंने कहा, ‘‘जब कपिल देव ने विश्व कप जीता तो क्रिकेट एक धर्म बन गया।

आज इन महिलाओं ने अपनी पीढ़ी के लिए भी यही किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आपने दिल जीत लिया है। आपकी जीत के बाद फिर से दिवाली मनाई गई। ’’ उन्होंने कहा कि यह जीत दर्शाती है कि जब ग्रामीण भारत की लड़कियों को मौके मिलते हैं तो वे देश का नाम रोशन कर सकती हैं।

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