HighlightsShikhar Dhawan retires live updates: रोहित शर्मा और शिखर धवन ने कमाल की बल्लेबाजी की।Shikhar Dhawan retires live updates: टेस्ट क्रिकेट में 190 उच्चतम स्कोर रहा।Shikhar Dhawan retires live updates: वनडे में 17 शतक और 39 फिफ्टी जड़े।
Shikhar Dhawan retires live updates: शिखर धवन जब भी मैदान पर उतरे, अपना 100 प्रतिशत दिया। कैच लेने के बाद जिस अंदाज में फैंस के सामने पेश आते रहे वह काबिलेतारीफ हुआ करता था। शिखर धवन ने अपनी विरासत खुद बनाई। 24 अगस्त को फैंस का दिल दुखा दिया। गब्बर धवन ने 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 खेले और तीनों प्रारूपों में क्रमशः 2315, 6793 और 1759 रन बनाए। टेस्ट में 7 शतक और 5 अर्धशतक बनाए। इस दौरान 28 खिलाड़ी को कैच किया। टेस्ट में 190 उच्चतम स्कोर रहा। वनडे में 17 शतक और 39 फिफ्टी जड़े और 83 खिलाड़ियों का कैच लिया। वनडे में 143 उच्चतम स्कोर है। शिखर ने कमाल की फील्डिंग से फैंस को खुश किया। टी20 मैच में 11 फिप्टी जड़े और इस दौरान इनका उच्चतम स्कोर 92 रन रहा। रोहित शर्मा के साथ साझेदारी ने जान डाल दी।
भारत के सलामी बल्लेबाज विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बनाए रखा। 38 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच दिसंबर 2022 में चट्टोग्राम में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच खेला था। आखिरी टी20 जुलाई 2021 में श्रीलंका में था। धवन ने 2018 के बाद से भारत के लिए कोई टेस्ट नहीं खेला। अप्रैल में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आईपीएल 2024 अंतिम मैच रहा।
2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय प्रारूप में पदार्पण किया और शून्य पर आउट
धवन ने 2004 के अंडर-19 विश्व कप में तीन शतक के साथ 505 रन बनाकर कमाल कर दिया। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के साथ वह दिल्ली के मजबूत बल्लेबाजी क्रम का हिस्सा थे। खूबसूरत कवर ड्राइव और कट्स के साथ अपने मजबूत ऑफसाइड गेम के लिए जाने जाते रहे। 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय प्रारूप में पदार्पण किया और शून्य पर आउट हो गए।
इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी जीती
तीन साल बाद मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला। वनडे डेब्यू से अलग रहा। पदार्पण मैच में केवल 85 गेंदों में सबसे तेज़ टेस्ट शतक बनाया। 2013 में रोहित शर्मा के साथ एक मजबूत ओपनिंग साझेदारी की। भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। इस दौरान 363 रन और दो शतक बनाए।
2015 क्रिकेट विश्व कप में एमसीजी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धवन की 137 रन की पारी उनकी सबसे यादगार पारियों में से एक थी। उन्होंने मोर्ने मोर्कल, डेल स्टेन, वेन पार्नेल और वर्नोन फिलेंडर जैसे बॉलर को तोड़ दिया। धवन ने ICC 2019 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक के साथ की। धवन का क्रिकेट सोनेट क्लब में परवान चढ़ा।
50 ओवर के प्रारूप में 44.11 की औसत से 6,793 रन बनाए
पश्चिम दिल्ली के इस खिलाड़ी को मैदान पर हर परिस्थिति में संघर्ष करने वाले क्रिकेट के तौर पर जाना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में खराब फॉर्म और यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल जैसी युवा सलामी बल्लेबाजों के उभरने के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप में 44.11 की औसत से 6,793 रन बनाए। टेस्ट में 40.61 की औसत और सात शतक की मदद से 2,315 रन बनाए।
धवन ने कहा, ‘मैं बहुत शुक्रगुजार हूं, बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) और डीडीसीए (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) का, जिन्होंने मुझे मौका दिया और सारे फैन्स का जिन्होंने मुझे इतना सारा प्यार दिया।’ मैं खुद से यही बात कहता हूं कि तू इस बात से दुखी मत हो कि तू अपने देश के लिए फिर नहीं खेलेगा, पर इस बात की खुशी अपने पास रख कि तू देश के लिए खेला और यही मेरे लिए सबसे बड़ी बात है।
85 गेंदों में अपना शतक पूरा किया
इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के विजयी अभियान में ‘प्लेयर-ऑफ-द-टूर्नामेंट’ बनने सहित कुछ बेहतरीन प्रदर्शन के साथ तीनों प्रारूपों की टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। शानदार करियर का एक मुख्य आकर्षण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पदार्पण पर मोहाली में खेली गयी 185 रन की शानदार पारी थी, जिसमें उन्होंने केवल 85 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था।
धवन हालांकि अपने पहले टेस्ट मैच में गेंद का सामना करने से पहले ही आउट हो सकते थे। भारत की पारी की पहली गेंद मिचेल स्टार्क के हाथ से छूटकर स्टंप पर गिर गई और नॉन-स्ट्राइकर छोर पर वह क्रीज से बाहर थे। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने अपील नहीं की और धवन ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए टेस्ट पदार्पण में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बनाया।
अपने खेल के चरम पर, दिल्ली का यह धाकड़ खिलाड़ी अपने स्ट्रोक की विविधता और ताकतवर शॉट के लिए जाना जाता था। धवन उन लोगों को धन्यवाद देना नहीं भूले जिन्होंने भारतीय बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष पर रोहित शर्मा के साथ बेहतरीन साझेदारी करके उन्हें महान खिलाड़ी बनने में मदद की।
आईपीएल लीग में 222 मैचों में 6769 रन बनाये
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मन में हमेशा एक लक्ष्य था कि भारत के लिए खेलना और मैंने इसे कई लोगों की बदौलत हासिल किया। सबसे पहले मेरे परिवार, मेरे बचपन के कोच तारक सिन्हा और मदन शर्मा, उनके मार्गदर्शन में मैंने क्रिकेट सीखा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिर मेरी पूरी टीम, जिसके साथ मैंने वर्षों तक खेला, इस दौरान मुझे एक और परिवार, प्रसिद्धि और सभी का प्यार और समर्थन मिला।’’
धवन आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के महान खिलाड़ियों में शामिल हैं। उन्होंने इस लीग में 222 मैचों में 6769 रन बनाये। इसमें दो शतक और 51 अर्धशतक शामिल हैं। टूर्नामेंट में उनके 768 चौके किसी भी बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक हैं। वह इसमें लगातार दो मैचों में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं।
वह 2016 सत्र में खिताब जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा थे। वह दिल्ली, मुंबई और पंजाब की फ्रेंचाइजी टीमें लिए भी खेल चुके हैं। इनमें से उन्होंने अपने करियर के विभिन्न चरणों में दिल्ली और पंजाब की फ्रेंचाइजी कप्तानी भी की है। वह पिछले सत्र में पंजाब किंग्स टीम का हिस्सा थे लेकिन फिटनेस समस्याओं के कारण केवल पांच मैच ही खेल पाए।
धवन ने 15 मैचों (12 एकदिवसीय और 3 टी20ई) में भारत की कप्तानी की
धवन ने 15 मैचों (12 एकदिवसीय और 3 टी20ई) में भारत की कप्तानी की। दो आईपीएल फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान रहे। पूरे आईपीएल और तत्कालीन चैंपियंस लीग टी20 में कुल 33 मैचों में कप्तानी की। भारत की कप्तानी की तो उनका जीत-हार का रिकॉर्ड 8-5 (2 बिना नतीजे) का था।
उन्होंने 2021 में श्रीलंका के खिलाफ और 2022 में वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज जीतने में टीम का नेतृत्व किया। फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट में धवन की कप्तानी में टीम को निराश होना पड़ा। 13 जीत और 20 हार के साथ करियर खत्म किया।