युजवेंद्र चहल को टीम इंडिया के लिए डेब्यू किए हुए लगभग तीन साल हो चुके हैं और वह सीमित ओवर क्रिकेट के स्ट्राइक गेंदबाज बन चुके हैं। लेकिन छोटे फॉर्मेट में मिली सफलता के बावजूद चहल भारत के लिए अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेल पाएं हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में चहल ने कहा कि उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में चुने जाने के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
चहल ने बताया, टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए क्या करना होगा
इस स्पिनर ने कहा, 'हाल के वर्षों में टेस्ट क्रिकेट सबसे चुनौतीपूर्ण रहा है, अश्विन भाई और जड्डू (रवींद्र जडेजा) के साथ ही कुलदीप यादव ने भी इस फॉर्मेट में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।'
चहल ने कहा, 'मैं भी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं लेकिन उसके लिए मुझे घरेलू स्तर पर और लाल-गेंद क्रिकेट खेलना पड़ेगी। मैंने केवल 31 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। मुझे शायद रणजी ट्रॉफी में ज्यादा गेंदबाजी करने और छाप छोड़ने की जरूरत है।'
आर अश्विन और हरभजन सिंह से स्पिन की बागडोर थामने वाले चहल उनके नक्शेकदम पर चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं मुंबई इंडियंस में भज्जी पाजी के साथ तीन साल खेला हूं। उनका मुझ पर बहुत प्रभाव है। मैंने उनसे सीखा है कि स्पिनर के तौर पर कैसे आक्रामक बनें और बल्लेबाज के खिलाफ हमला बोलें।'
चहल ने कहा, 'अश्विन भाई निरंतर प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज हैं। मुझे उम्मीद है कि मैं उनके नक्शेकदम पर चलते हुए लंबे समय तक भारत की सेवा कर सकूं।'
चहल ने रोहित और कोहली को बताया बड़े भाई जैसा
चहल ने साथ ही विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में भी बात की और बताया कि वे दोनों कैसे उन्हें प्रेरित करते हैं।
चहल ने कहा, 'वे दोनों लेजेंड हैं। मैंने विराट पाजी के साथ अंडर-15 क्रिकेट खेला है। वह अनुशासन, उदाहरण बनने और दूसरों को प्रेरित करने के मामले में अपवाद हैं। यहां तक कि अगर मेरी गेंदबाजी पर रन खर्च हो जाते हैं तो विराट बदले में मुझे नकारात्मक मानसिकता से निकालने के लिए मुझसे बात करते हैं।'
उन्होंने कहा, 'वही घनिष्ठता आरसीबी के लिए खेलते समय भी बनी रहती है। विराट और रोहित भाई मेरे बड़े भाई जैसे हैं। दोनों ने ही भारत के लिए बहुत कुछ हासिल किया है। वे हम सभी को प्रेरित करते हैं।'