कभी 250 रुपये के लिए मैच खेलता था यह क्रिकेटर, गंभीर की मदद के बाद टीम इंडिया में चयन

नवदीप सैनी घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन गेंदबाजों में गिने जाते हैं और पिछले दो रणजी ट्रॉफी के सत्रों में काफी प्रभावी प्रदर्शन किया है।

By सुमित राय | Published: June 12, 2018 12:06 PM

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नई दिल्ली, 12 जून। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के यो-यो टेस्ट फेल होने के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ 14 जून से शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट मैच में दिल्ली के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को टीम इंडिया में शामिल किया गया है। नवदीप सैनी को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया में जगह दी गई है।

घरेलू क्रिकेट में शानदार रहा है नवदीप का प्रदर्शन

सैनी घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन गेंदबाजों में गिने जाते हैं और पिछले दो रणजी ट्रॉफी के सत्रों में काफी प्रभावी प्रदर्शन किया है। 25 साल के सैनी ने अब तक 31 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और 96 विकेट झटके हैं। सैनी को इंग्लैंड दौरे के लिए भी इंडिया-ए टीम में चुना गया है।

गौतम गंभीर की मदद ने इस गेंदबाज को बनाया स्टार

नवदीप सैनी ने दिसंबर 2013 में रोशनआरा क्रिकेट मैदान पर दिल्ली की रणजी टीम के अभ्यास सत्र से पहले कभी लाल गेंद से गेंदबाजी नहीं की थी। 250 से 500 रुपये पॉकेटमनी के लिए टेनिस बॉल टूर्नामेंट ही खेलते थे। लाल एसजी टेस्ट गेंद से गेंदबाजी का उसे कोई अनुभव नहीं था लेकिन गौतम गंभीर ने उसकी मदद की।

नवदीप ने गौतम गंभीर के बारे में कही ये बात

अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल होने के बाद नवदीप सैनी ने कहा कि गौतम भैया ने मुझसे कहा कि जैसे टेनिस बॉल से डालता है, वैसे ही डाल। कोई टेंशन नहीं। बाकी सब ठीक हो जाएगा। मैंने वहीं किया जो उन्होंने कहा। मैं आज उनकी वजह से ही यहां हूं। पता नहीं क्यों, लेकिन जब भी मैं गौतम गंभीर के बारे में बोलता हूं तो भावुक हो जाता हूं।

गंभीर के कारण नवदीप का दिल्ली की टीम सेलेक्शन

नवदीप सिंह का दिल्ली की रणजी टीम में सेलेक्शन भी गंभीर के कारण ही हुआ था। क्योंकि अधिकारी नवदीप को हरियाणा का और बाहरी बताकर विरोध कर रहे थे। लेकिन गंभीर ने डीडीसीए अधिकारियों से लड़कर उन्हें टीम में शामिल कराया। सैनी ने कहा कि मुझे हर बात पता है ।मुझे पता है कि गौतम भैया को चयनकर्ताओं को मनाने में कितनी मेहनत करनी पड़ी। आशीष नेहरा, मिथुन मन्हास और सुमित नरवाल सभी ने मेरे लिये मेहनत की।

क्या है यो-यो टेस्ट और पास होने की क्या है क्राइटेरिया

बीसीसीआई की ओर से टीम में शामिल होने के लिए जरूरी बना दिए गए यो-यो टेस्ट में पास होने के लिए किसी भी खिलाड़ी के लिए 16.1 अंक लाना जरूरी है। बीसीसीआई अधिकारियों के अनुसार बेंगलुरु में पिछले दो दिनों तक चले यो-यो टेस्ट में करुण नायर और हार्दिक पंड्या का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। दोनों के 18 से ज्यादा अंक रहे।

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