होल्डिंग ने किया इंग्लैंड के खिलाफ जानबूझकर हारने के दावों पर भारत का बचाव, कहा, 'धोनी का चेहरा बता रहा था वह मैच जीतना चाहते थे'

Michael Holding: वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने 2019 वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया के इंग्लैंड के खिलाफ जानबूझकर हारने के दावों को बताया गलत

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 07, 2020 2:05 PM

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ठळक मुद्देउस मैच को देख रहे कई लोग शायद इस नतीजे पर नहीं पहुंचेंगे कि भारत जीतने की कोशिश नहीं कर रहा था: होल्डिंगधोनी के चेहरे के भावों से मुझे लगा कि वह खुद मैच जीतने के लिए बहुत बेताब थे: होल्डिंग

वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने 2019 वर्ल्ड कप में भारत द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ अपना मैच हारने के विवादास्पद दावों को गलत बताते हुए इस मामले में टीम इंडिया का समर्थन किया है।

ये विवाद इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स द्वारा अपनी किताब में ये दावा किए जाने के बाद खड़ा हुआ था कि इंग्लैंड के खिलाफ मैच में टीम इंडिया द्वारा लक्ष्य का पीछा करने के दौरान आखिरी 10 ओवरों में उन्हें एमएस धोनी के इरादों में कमी नजर आई थी।

होल्डिंग ने इस विवाद पर कहा कि स्टोक्स को आखिर अपनी किताब भी बेचनी है और उन्हें कभी नहीं लगा कि पाकिस्तान को बाहर करने के लिए टीम इंडिया जानबूझकर हारी।

होल्डिंग ने टीम इंडिया के इंग्लैंड के खिलाफ जानबूझकर हारने के दावों को किया खारिज

होल्डिंग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'वास्तव में आजकल लोग किताबों में कुछ भी लिखते हैं। क्योंकि अब लोग अपनी राय रखने लिए ज्यादा स्वतंत्र हैं और जब वे किताब लिख रहे हैं तो, उन्हें सुर्खियों की भी जरूरत होती है।'

होल्डिंग ने कहा, लेकिन ईमानदारी से कहूं, 'तो उस मैच को देख रहे कई लोग शायद उसी नतीजे पर नहीं पहुंचेंगे जिस पर बेन स्टोक्स पहुंचे थे कि भारत जीतने की कोशिश नहीं कर रहा था। ये ऐसा मैच नहीं था जिसे भारत को जीतना ही था, लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई कह सकता है कि मैच न जीतना टीम की रणनीति थी।'

भारत को आखिरी 11 ओवरों में 112 रन की जरूरत थी, हार्दिक पंड्या और केदार जाधव ने संभलकर बैटिंग की। आखिरी 5 ओवरों में 71 रन की जरूरत थी, लेकिन धोनी और जाधव ने बड़े शॉट्स खेलने के बजाय विकेट बचाकर रखे और पूर्व भारतीय कप्तान 31 गेंदों में 42 रन बनाकर नाबाद रहे। 

अपनी किताब 'ऑन फायर' में बेन स्टोक्स ने कहा कि रन चेज के दौरान उन्हें धोनी के इरादों में कमी नजर आई। इस दावे के बाद कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने पाकिस्तान को बाहर करने के लिए भारत पर जानबूझकर हारने का आरोप लगाया था। हालांकि होल्डिंग का कुछ और ही मानना है।

होल्डिंग ने कहा, 'धोनी के चेहरे पर दिख रहा था, वह जीतना चाहते थे मैच'

उन्होंने कहा, 'मैंने वह मैच देखा था और मुझे ऐसा लगा कि भारत अपना 100 प्रतिशत नहीं दे रहा था। लेकिन जब धोनी को महसूस हुआ कि ये खत्म (जीत का मौका) हो चुका है, तो उनके चेहरे के भावों से मुझे लगा कि वह खुद मैच जीतने के लिए बहुत बेताब थे। तो मुझे नहीं लगता कि मैच नहीं जीतने का फैसला टीम का फैसला था।' 

होल्डिंग ने कहा, 'लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह उसी इरादे के साथ उतरे थे कि मैच जीतना है, जैसे कि ये करो या मरो जैसी स्थिति हो, अगर वैसी स्थिति होती तो हम एक अलग मैच देखते।'

होल्डिंग ने किया, इंग्लैंड के खिलाफ भारत की धीमी शुरुआत का बचाव

होल्डिंग ने रन चेज में भारत के शुरुआती अंदाज का बचाव किया, जिसमें उसने पहले 10 ओवरों में केवल 28 रन बनाए थे, वो भी तब जब रोहित शर्मा और विराट कोहली क्रीज पर थे। केएल राहुल 9 गेंदों में जीरो पर आउट हो गए और फिर क्रिस वोक्स ने लगातार तीन मेडेन ओवर फेंक दिए। हालांकि रोहित और कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 138 रन जोड़े थे लेकिन स्टोक्स को लगता है कि वह साझेदारी 'रहस्यमयी' थी।

होल्डिंग ने कहा, 'ये सब कुछ परिस्थितियों पर निर्भर करता है। आप किसी लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले 10-15 ओवरों में ही ये फैसला नहीं कर सकते कि हम इतना स्कोर बना लेंगे। आप ये सुनिश्चित करते हैं कि आप पारी की शुरुआत में विकेट नहीं गंवाएं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि कोई भी उस रणनीति पर सवाल उठा सकता है।'

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