अंशुमान गायकवाड़ के इलाज के लिए अपनी पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हैं कपिल देव, बीसीसीआई से की अपील

कपिल देव ने ने ऐसी प्रणाली की कमी पर अफसोस जताया, जहां पूर्व खिलाड़ियों को अंशुमान जैसे मामलों में सहायता दी जाती है। कपिल ने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर हालात नहीं सुधरे तो वह अपनी पेंशन छोड़ने को भी तैयार हैं।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 13, 2024 02:08 PM2024-07-13T14:08:14+5:302024-07-13T14:09:57+5:30

Kapil Dev ready to give up his pension for treatment of Anshuman Gaikwad appeals to BCCI | अंशुमान गायकवाड़ के इलाज के लिए अपनी पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हैं कपिल देव, बीसीसीआई से की अपील

भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव (फाइल फोटो)

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Highlights कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं अंशुमान गायकवाड़कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से वित्तीय सहायता देने की अपील कीगायकवाड़ का पिछले एक साल से लंदन के किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है

नई दिल्ली: भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अनुरोध किया है कि वह ब्लड कैंसर से जूझ रहे अपने पूर्व साथी खिलाड़ी अंशुमान गायकवाड़ को वित्तीय सहायता दे। 71 साल के गायकवाड़ का पिछले एक साल से लंदन के किंग्स कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। 

कपिल देव ने बताया है कि उनके पूर्व साथी मोहिंदर अमरनाथ, सुनील गावस्कर, संदीप पाटिल, दिलीप वेंगसरकर, मदन लाल, रवि शास्त्री और कीर्ति आजाद गायकवाड़ के इलाज के लिए धन जुटाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। कपिल ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बीसीसीआई इस मामले को देखेगा और भारत के पूर्व मुख्य कोच गायकवाड़ को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।

कपिल देव ने स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा कि यह दुखद और बहुत निराशाजनक है। मुझे दर्द हो रहा है क्योंकि मैं अंशू के साथ खेला हूं और उसे इस हालत में देखना बर्दाश्त नहीं कर सकता। किसी को भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए। मुझे पता है कि बोर्ड उसका ख्याल रखेगा। हम किसी को भी मजबूर नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अंशू के लिए कोई भी मदद आपके दिल से आनी होगी। तेज गेंदबाजों के सामने खड़े होने पर उसने अपने चेहरे और छाती पर गेंदें झेली। मुझे यकीन है कि हमारे क्रिकेट प्रशंसक उन्हें निराश नहीं करेंगे। उन्हें उनके ठीक होने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।

पूर्व कप्तान कपिल देव ने ने ऐसी प्रणाली की कमी पर अफसोस जताया, जहां पूर्व खिलाड़ियों को अंशुमान जैसे मामलों में सहायता दी जाती है। कपिल ने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर हालात नहीं सुधरे तो वह अपनी पेंशन छोड़ने को भी तैयार हैं। 

उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की इस पीढ़ी को अच्छा पैसा कमाते देखना बहुत अच्छा है। यह देखना अच्छा है कि सहयोगी स्टाफ के सदस्यों को भी अच्छा भुगतान किया जा रहा है। हमारे समय में, बोर्ड के पास पैसा नहीं था। लेकिन अब अतीत के वरिष्ठ खिलाड़ियों की देखभाल करनी चाहिए। यदि कोई ट्रस्ट बनता है, तो वे वहां अपना पैसा लगा सकते हैं। कपिल ने कहा कि अगर परिवार हमें अनुमति देता है तो हम अपनी पेंशन राशि दान करने के लिए तैयार हैं।

बता दें कि 1975 और 1987 के बीच भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 एकदिवसीय मैच खेलने वाले गायकवाड़ ने  दो अलग-अलग कार्यकालों में भारत के मुख्य कोच के रूप में कार्य किया। फिलहाल वह कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं।

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