बिहार की रणजी टीम में हुए ये 4 बड़े बदलाव, आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे को टीम में मिली जगह

बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव वर्मा ने 2013 में स्पॉट फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई के खिलाफ याचिका दायर की थी और तत्कालीन अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को अदालत में घसीटा था।

By भाषा | Published: December 31, 2019 06:25 PM2019-12-31T18:25:33+5:302019-12-31T18:25:33+5:30

IPL petitioner Aditya Verma's son Lakhan Raja included in Bihar Ranji Team | बिहार की रणजी टीम में हुए ये 4 बड़े बदलाव, आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे को टीम में मिली जगह

बिहार की रणजी टीम में हुए ये 4 बड़े बदलाव, आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे को टीम में मिली जगह

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Highlightsबिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वरीय चयन समिति के द्वारा चुनी गई टीम में चार नए खिलाड़ियों को जगह दी गई है। आदित्य वर्मा के बेटे को पटना में मिजोरम के खिलाफ होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच के लिए बिहार की टीम में जगह मिली है।

इंडियन प्रीमियर लीग स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे लखन राजा को पटना में मिजोरम के खिलाफ होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच के लिए बिहार की टीम में जगह मिली है। क्रिकेट में भ्रष्ट गतिविधियों के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले वर्मा को हमेशा से लगता था कि उनके बेटे को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए बराबरी का मौका नहीं मिला। लखन बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज हैं।

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वरीय चयन समिति के द्वारा चुनी गई टीम में चार नए खिलाड़ियों को जगह दी गई है। लखन राजा के अलावा बिहार अंडर 23 टीम से शब्बीर खान को रणजी टीम में शामिल किया गया है। इसके अलावा अभिजीत साकेत और यशश्वी रिषभ को टीम में शामिल किया गया है। रणजी ट्रॉफी 2020 में बिहार की टीम ने अबतक तीन मुकाबले खेले हैं जिसमें टीम को एक में हार मिली है। जबकि दो मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त हुए है।

वर्मा ने पीटीआई को बताया, ‘‘मेरे बेटे को अंतत: बिहार की रणजी टीम में जगह मिल गई है। मुझे यकीन है कि उसे मिजोरम के खिलाफ मैच में अंतिम एकादश में जगह मिलेगी। उम्मीद करता हूं कि वह रन बनाएगा और टीम में अपनी जगह पक्की करेगा।’’

अनधिकृति बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) के सचिव वर्मा ने 2013 में स्पॉट फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई के खिलाफ याचिका दायर की थी और तत्कालीन अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को अदालत में घसीटा था। लखन हालांकि अब श्रीनिवासन की ही कंपनी इंडिया सीमेंट्स के लिए काम करता है। वर्मा श्रीनिवासन के धुर विरोधी रहे, लेकिन नई दिल्ली में बीसीसीआई की आम सभा की बैठक के दौरान उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली।

वर्मा को जब समझ में आया कि उनके रुख से उनके बेटे के क्रिकेट करियर पर असर पड़ रहा है तो उन्होंने नरम रवैया अपनाया और बीसीसीआई के पुराने अधिकारियों के साथ संबंध सुधारे। वर्मा श्रीनिवासन के आभारी है जिन्होंने उनके बेटे को इंडिया सीमेंट्स में उस समय काम दिया जब राज्य की टीम में चयन नहीं होने के कारण वह क्रिकेट से दूर हो रहा था।

वर्मा ने कहा, ‘‘श्रीनिवासन के कारण मेरा बेटा क्रिकेट खेलना जारी रख पाया। अब मैंने महसूस किया है कि वह असली प्रशासक हैं जिसकी भारतीय क्रिकेट को जरूरत है।’’ यह पूछने जाने पर कि क्या उन्हें श्रीनिवासन की अगुआई वाले बीसीसीआई के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग याचिका दायर करने का मलाल है तो वर्मा ने रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए कहा, ‘‘यहां कुछ भी सही या गलत नहीं है। यह सब समय पर निर्भर करता है।’’

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