Highlights मेरे करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है।वह टी20 से पांच पायदान ऊपर रखते हैं।पारंपरिक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करें।
IPL 2025 virat kohli: आईपीएल खिताब जीतने के लिये 18 साल का इंतजार खत्म होने पर विराट कोहली अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके लेकिन टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना प्यार एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पारंपरिक क्रिकेट को अभी भी वह टी20 से पांच पायदान ऊपर रखते हैं। पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके कोहली ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर सम्मान पाना है तो पारंपरिक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करें। उन्होंने आरसीबी के खिताब जीतने के बाद मैथ्यू हेडन से कहा ,‘‘ मेरे करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है।
लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है। मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें । अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो । ’’
11 बजकर 20 मिनट : पसीने से सराबोर विराट कोहली थोड़े अधीर दिखते हैं । आखिर हो भी क्यों नहीं , उनका और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का पहला आईपीएल खिताब बस एक ओवर दूर था । 11 बजकर 25 मिनट : जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर में आरसीबी की जीत सुनिश्चित कर दी । कोहली की आंखें भर आई और आंसू कपालों पर आ गिरे । अपना चेहरा उन्होंने हथेली में छिपा लिया ।
आरसीबी के खिलाड़ी उन्हें घेरकर कूदने लगे । आखिर 18 नंबर की जर्सी का 18 साल का इंतजार खत्म हुआ । एक महान खिलाड़ी और उस पर अटूट भरोसा करने वाली एक टीम के लिये यह सबसे भावनात्मक पल था । पिछले 18 साल की नाकामियां और निराशा इस पल में पीछे छूट गई । एकमात्र खिताब जो इस पीढी के महानतम क्रिकेटर की झोली में अभी तक नहीं गिरा था, आखिरकार उसे मिला ।
कोहली और आरसीबी का सफर तभी शुरू हुआ जब आईपीएल ने क्रिकेट की दुनिया में पहला कदम रखा था । अठारह साल पहले बेचैन और युवा कोहली पश्चिम दिल्ली का वह गोल मटोल सा लड़का था जो जीत का जुनून लेकर उतरा था । उस समय आरसीबी के ड्रेसिंग रूम में राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और जाक कैलिस हुआ करते थे ।
आरसीबी ने कोहली पर भरोसा किया और उसके पूर्व मालिक विजय माल्या ने कोहली को अपने अंदाज में खेलने की छूट दी । फिर 2011 में कोहली आरसीबी के कप्तान बने । बाईस साल की उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी और इतना दबाव से भरा माहौल भी उन्हें विचलित नहीं कर सका । बारह साल और 143 मैचों तक कमान संभालने वाले कोहली डटे रहे ।
बेंगलुरु के क्रिकेटप्रेमियों से उनका दिल का रिश्ता गहरा होता गया । यह कोहली का करिश्मा ही था कि बेंगलुरू का हर क्रिकेटप्रेमी आरसीबी का वफादार प्रशंसक बन गया । महेंद्र सिंह धोनी जब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान बने तब विश्व कप विजेता भारत के कप्तान बन चुके थे लेकिन कोहली और आरसीबी का रिश्ता धीरे धीरे गहरा होता गया ।
चेन्नई ने पांच बार आईपीएल जीता और रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस ने भी । सनराइजर्स हैदराबाद और डेक्कन चार्जर्स ने भी खिताब जीते । कोहली ने लेकिन कभी आरसीबी से नाता तोड़ने की नहीं सोची । दर्शकों का प्यार उनकी प्रेरणा रहा और जुनून भी ।
एक सपना हमेशा उनकी आंखों में पलता रहा , आरसीबी के लिये आईपीएल जीतने का । इस दशक के क्रिकेट के सबसे बड़े ‘शो मैन’ को आखिरकार आईपीएल का ताज मिला । क्रिकेट के अनगिनत रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके कोहली के साथ ही दुनिया भर के आरसीबी प्रशंसक इस पल को शायद ही कभी भुला सकेंगे ।