पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज की बाबर आजम को सलाह, 'अपनी इंग्लिश और पर्सनैलिटी सुधारिए'

Babar Azam: पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज तनवीर अहमद ने सीमित ओवरों में नवनियुक्त कप्तान बाबर आजम को सलाह दी है कि वे अपनी अंग्रेजी और पर्सनैलिटी सुधारें

By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 17, 2020 3:38 PM

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ठळक मुद्देबाबर आजम को अपनी अंग्रेजी सुधारने की भी जरूरत है, जोकि आवश्यक है: तनवीर अहमदअगर कप्तान खुद फिट नहीं है, तो वह अन्य खिलाड़ियों को फिटनेस सुधारने की सलाह नहीं दे सकता: तनवीर

पाकिस्तान की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान बाबर आजम को आधुनिक क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिना जाता है। बाबर की तुलना अक्सर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से होती है। लेकिन पूर्व पाकिस्तानी क्रिेकेटर तनवीर अहमद का मानना है कि बाबर को अपने व्यक्तित्व पर काम करने की जरूरत है। 

पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज तनवीर अहमद ने एक यूट्यूब वीडियो में कहा कि टीम का कप्तान होने के नाते बाबर को मीडिया से बातचीत करनी पड़ेगी, इसलिए अपनी अंग्रेजी सुधारने पर भी ध्यान देना चाहिए।

तनवीर अहमद की बाबर आजम को सलाह, 'अपनी पर्सनैलिटी और अंग्रेजी सुधारिए'

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, तनवीर अहमद ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, 'अपनी पर्सनैलिटी सुधारिए। पर्सनैलिटी से मेरा मतलब है कि एक इंसान अपना ड्रेसिंग सेंस सुधार सकता है। बाबर आजम को अपनी अंग्रेजी सुधारने की भी जरूरत है, जोकि आवश्यक है। जब भी कोई कप्तान बनता है, तो उसे टॉस और पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन के दौरान बात करनी पड़ती थी। साथ ही वह जब विभिन्न देशों के दौरों पर जाएंगे तो उन्हें कई चैनलों पर इंटरव्यू देने पड़ेंगे।'

तनवीर ने कहा, 'एक कप्तान को हमेशा नियमित और संगठित होना चाहिए क्योंकि खिलाड़ी उसका ही अनुसरण करते हैं। साथ ही उन्हें अपना फिटनेस लेवल बनाए रखना चाहिए, क्योंकि अगर कप्तान खुद फिट नहीं है, तो वह अन्य खिलाड़ियों को फिटनेस सुधारने की सलाह नहीं दे सकता है।'

कप्तानी में होगी बाबर आजम की परीक्षा: तनवीर अहमद

तनवीर ने कहा, ये देखना अभी बाकी है कि बाबर टीम का नेतृत्व कैसे करते हैं। उन्हें मानसिक रूप से बहुत मजबूत रहने की जरूरत है क्योंकि प्रदर्शन में थोड़ी भी गिरावच पर उन्हें मीडिया से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ेगा। इसलिए उन्हें आलोचना बर्दाश्त करनी पड़ेगी और उस पर प्रतिक्रिया नहीं देनी होगी। अगर वह प्रतिक्रिया देते है तो उनके लिए चीजें मुश्किल हो जाएंगी।

उन्होंने आगे कहा, 'कप्तानी कोई आसान काम नहीं है, हालांकि मैं खुश हूं कि 2015 में अपने डेब्यू के 5 साल के अंदर ही वह कप्तान बन गए हैं। अगर कोई खिलाड़ी इतने कम समय में कप्तान बन जाता है तो ये उसके लिए एक असाधारण उपलब्धि है।'

टॅग्स :बाबर आजमपाकिस्तान क्रिकेट टीम

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