IND vs NZ मैच बारिश में धुलने के बाद उठे इंग्लैंड की तैयारियों पर सवाल, इस 'गलती' की वजह से नहीं हो सका मैच!

India-New Zealand washout: भारत और न्यूजीलैंड मैच बारिश में धुलने के बाद वर्ल्ड कप 2019 के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की तैयारियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 14, 2019 11:46 AM

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ठळक मुद्देभारत-न्यूजीलैंड का मैच नॉटिंघम में जारी बारिश की वजह से रद्द करना पड़ाये वर्ल्ड कप 2019 का चौथा ऐसा मैच है, जिसे बारिश के खलल की वजह से रद्द करना पड़ा है

वर्ल्ड कप 2019 में सबसे ज्यादा चर्चा अगर किसी की है, तो वह है बारिश की। गुरुवार को एक बार फिर बारिश के खलल की वजह से भारत और न्यूजीलैंड की टीमों के बीच खेला गया मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द करना पड़ा। 

ये इस वर्ल्ड कप का चौथा ऐसा मैच है, जिसे बारिश की वजह से रद्द करना पड़ा है। इस मैच के रद्द होने के साथ ही इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की बारिश से निपटने की तैयारियों की पोल खुलती नजर आ रही है, जिसके बाद उसकी कड़ी आलोचना की जा रही है।

लगातार बारिश न होने के बावजूद रद्द करना पड़ा भारत-न्यूजीलैंड मैच

भारत और न्यूजीलैंड के बीच नॉटिंघम में रद्द हुए मैच को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। गुरुवार को नॉटिंघम में लगातार बारिश नहीं हुई थी और एक छोटा मैच संभव था। लेकिन इसे गीले आउटफील्ड की वजह से रद्द करना पड़ा। मैच से पहले 48 घंटे बारिश हुई थी और मैच के दिन समय पर आउटफील्ड सुखाया नहीं जा सका। 

बारिश के लिए ईसीबी ने नहीं की हैं पर्याप्त तैयारियां!

बारिश की वजह से मैचों के रद्द होने के साथ ही इस टूर्नामेंट की तैयारियों की कमी को लेकर आयोजकों की आलोचना हो रही है। माना जा रहा है कि आयोजकों ने वर्ल्ड कप मैचों के लिए पूरे ग्राउंड के कवर्स के लिए पर्याप्त निवेश नहीं किया। 

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी कमेंट्री के दौरान बारिश के लिए तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा, ईडन गार्डंस के पास पूरे ग्राउंड का कवर है। मजेदार बात ये है कि, हमने इसे इंग्लैंड से ही खरीदा था। मुझे हैरानी है कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड इनमें से कुछ कवर अपने लिए क्यों नहीं खरीद सका।  

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ल्ड कप 2019 के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की तैयारियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। टूर्नामेंट से जुड़े एक प्रमुख स्टेकहोल्डर ने कहा, 'इंग्लैंड पहुंचने पर आप पहली चीज क्या करते हैं? कुछ बारिश के कवर लेते हैं, यही कॉमन सेंस हैं। तो मैदान के लिए कवर्स क्यों नहीं? नॉटिंघम में एक बड़ा होवरक्राफ्ट है। स्क्वैयर ढंके होते हैं। ड्रेनेज शानदार है। तो पूरे मैदान के लिए कवर्स क्यों नहीं थे?'

पूरे ग्राउंड को ढंकने वाले कवर के लिए आता है कितना खर्च

इस वर्ल्ड कप में चार मैच बारिश की वजह से रद्द होने के बाद टूर्नामेंट के प्रसारणकर्ता भी नाराज हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने 2016 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ये कवर खरीदे थे और इसके प्रति कवर की कीमत एक करोड़ रुपये थी। उस वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान के बीच कोलकाता को ईडन गार्डंस में बारिश के बावजूद मैच इसी कवर्स की वजह से खेला जा सका था। 

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को फंड्स की भी कोई कमी नहीं है क्योंकि उसे 2019 वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए बीसीसीआई को 2016 टी20 वर्ल्ड कप आयोजन के मुकाबले तीन गुना ज्यादा रकम मिली है। 

वर्ल्ड कप कार्यक्रमों को लेकर भी उठे सवाल

कई लोग वर्ल्ड कप के जून और जुलाई में आयोजन पर भी सवाल उठा रहे हैं। इनका मानना है कि ये महीने इंग्लैंड में बारिश के लिहाज से असंभावित होते हैं। यही वजह है कि इंग्लैंड में हर बड़ा घरेलू टूर्नामेंट जुलाई मध्य के बाद शुरू होता है। पिछले साल भारत का इंग्लैंड दौरा भा 12 जुलाई से शुरू हुआ था।

यहीं नहीं फैंस मैच रद्द होने से उनका खर्च बढ़ने से भी परेशान हैं। उनका कहना है कि रद्द हुए मैचों के लिए ईसीबी टिकट की 100 फीसदी कीमत लौटा देता है, लेकिन उनकी यात्रा और होटल का खर्च कौन वहन करेगा?

यहां तक कि 16 जून को मैनेचेस्ट में खेले जाने वाले भारत-पाकिस्तान मैच के मौसम के लेकर भी स्थिति बहुत उत्साहजनक नहीं है। 

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