नई दिल्ली, 20 मार्च: 2021 चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बीसीसीआई और आईसीसी के बीच विवाद गहराता नजर आ रहा है। आईसीसी पहले ही भारत सरकार द्वारा इस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर टैक्स छूट न दिए जाने का हवाला देकर टूर्नामेंट के किसी और देश में आयोजन का विकल्प तलाशने की बात कह चुकी है। अब आईसीसी ने 50 ओवर के इस टूर्नामेंट को टी20 फॉर्मेट में आयोजित कराने का प्रस्ताव रखकर इस विवाद को और बढ़ा दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को और ज्यादा फायदे का सौदा बनाने के लिए इसे टी20 फॉर्मेट में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव रखा है। लेकिन आईसीसी के इस प्रस्ताव को लेकर बीसीसीआई ने कड़ी आपत्ति जताई है।
बीसीसीआई के सूत्रों का कहना है, 'इसका फॉर्मेट न ही बदला जा सकता है और न ही बदला जाएगा। चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत हमारे अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के विजन के रूप में हुई थी और जब भारत द्वारा पांचवीं बार इसकी मेजबानी की जाएगी तो ये इसकी पांचवां संस्करण होगी। इस प्रस्तावित कदम को बीसीसीआई अधिकारियों को नोटिस में लाया गया है और अगर आईसीसी इस पर टिका रहता है तो भारत की तरफ से इस पर कड़ी आपत्ति जताई जाएगी।'
सूत्रों के मुताबिक, यहां तक कि खेल के वैश्विक नेता के तौर पर डालमिया के महत्व को देखते हुए बीसीसीआई ने पहले ही चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल कोलकाता में कराए जाने का निर्णय ले लिया है।
इससे पहले फरवरी में हुई आसीसी बोर्ड मीटिंग में 2021 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत सरकार द्वारा नटैक्स में छूट न मिलने पर चिंता जताई थी। आईसीसी ने इसके बाद अपने अधिकारियों से भारतीय टाइम जोन वाले ही किसी और देश में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन का विकल्प तलाशने को कहा था। आईसीसी के इस कदम से बीसीसीआई और उसके बीच जबर्दस्त जंग छिड़ने के आसार हैं।