Highlightsनागपुर टेस्ट तीन दिन में ही खत्म हो गया थाकंगारू टीम की योजना चौथे दिन की पिच पर अभ्यास करने की थीपिच के क्यूरेटर ने मैच खत्म होने के बाद पिच पर पानी डाल दिया
नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बुरी तरह हराया था। भारतीय स्पिनरों के सामने ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी बेबस नजर आए और अश्विन-जडेजा-अक्षर की घूमती गेंदों के सामने उनकी एक न चली। ऑस्ट्रेलियाई टीम अब इस हार के सदमें से बाहर नहीं निकल पाई है। नागपुर टेस्ट तीन दिन में ही खत्म हो गया था और कंगारू टीम की योजना चौथे दिन की पिच पर अभ्यास करके स्पिन के खिलाफ अपनी तैयारियों को पुख्ता करने की थी। लेकिन उनकी इस योजना पर पानी फिर गया।
दरअसल नागपुर पिच के क्यूरेटर ने मैच खत्म होने के बाद पिच पर पानी डाल दिया। जब कंगारू टीम अभ्यास के लिए पहुंची तो पिच गीली होने के कारण उसे निराश होकर वापस लौटना पड़ा। अब पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान इयान हीली ने इसे गलत बताया है और आईसीसी से मामले में दखल देने की गुहार लगाई है।
इयान हीली ने कहा, "नागपुर के उस विकेट पर कुछ अभ्यास सत्र आयोजित करने की हमारी योजना को विफल करना वास्तव में शर्मनाक है। यह क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है। आईसीसी को यहां दखल देने की जरूरत है। जब अभ्यास के लिए अनुरोध किया गया था तो विकेट पर पानी डालना दुखद था और इसमें सुधार करना होगा।"
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज शुरू होने से पहले से ही ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में भारत की स्पिन पिचों की चर्चा शुरू हो गई थी। कंगारू टीम का ध्यान अब भी अपने बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की काबिलियत के बजाय पिच के बर्ताव पर ही है। अब सीरीज का दूसरा मैच 17 फरवरी से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। दूसरे मैच में वह कुछ नए खिलाड़ियों को शामिल कर सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के अनुसार 17 फरवरी से नई दिल्ली में शुरू होने वाले दूसरे मैच में डेविड वार्नर की जगह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर ट्रेविस हेड को मौका दिया जा सकता है। अनुभवी सलामी बल्लेबाज वार्नर का उपमहाद्वीप में खराब फॉर्म जारी रहा और नागपुर टेस्ट की दो पारियों में एक और 10 रन पर आउट हो गए थे।