ENG vs IND Test 2025: टेस्ट बल्लेबाजी पर काम करे शुभमन गिल?, रिकी पोंटिंग बोले- चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करो, विराट कोहली की जगह भरो

ENG vs IND Test 2025: विराट कोहली के संन्यास के बाद भारत के लिए चौथे नंबर पर बल्लेबाजी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 5, 2025 19:11 IST2025-06-05T18:25:44+5:302025-06-05T19:11:17+5:30

ENG vs IND Test 2025 Shubhman Gill work Test batting Ricky Ponting said bat number-4 see virat kohli seat | ENG vs IND Test 2025: टेस्ट बल्लेबाजी पर काम करे शुभमन गिल?, रिकी पोंटिंग बोले- चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करो, विराट कोहली की जगह भरो

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Highlightsशुभमन गिल का सफेद गेंद के प्रारूप में फॉर्म जबर्दस्त है।टेस्ट बल्लेबाजी में कुछ काम करना होगा।गिल लंबे समय तक कप्तानी करेंगे।

ENG vs IND Test 2025: आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर रिकी पोंटिंग का मानना है कि शुभमन गिल को अपनी टेस्ट बल्लेबाजी पर काम करना होगा और इंग्लैंड दौरे पर कप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी के बीच उसे बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर पर उतरना चाहिए। विराट कोहली के संन्यास के बाद भारत के लिये चौथे नंबर पर बल्लेबाजी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पोंटिंग ने कहा कि कप्तानी के शुरूआती दौर में गिल इस क्रम पर उतर सकते हैं । पोंटिंग ने आईपीएल के दौरान पीटीआई से बातचीत में कहा ,‘‘ गिल का सफेद गेंद के प्रारूप में फॉर्म जबर्दस्त है।

उसे टेस्ट बल्लेबाजी में कुछ काम करना होगा। अगर आप नये कप्तान हैं तो यह आसान नहीं होता । नये कप्तान के लिये अपनी बल्लेबाजी को लेकर सोचना आसान नहीं होता ।’’ उन्होंने कहा कि भारत ने गिल को कप्तान बनाकर सही फैसला लिया है । दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान पोंटिंग ने कहा कि गिल लंबे समय तक कप्तानी करेंगे।

उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले सत्र में जब रोहित ने सिडनी टेस्ट नहीं खेलने का फैसला किया तो मेरी नजर में गिल कप्तान हो सकते थे । बुमराह की फिटनेस को लेकर आशंका थी और उस मैच के दौरान ही वह चोटिल हो गए थे ।’’ पोंटिंग ने यह भी कहा कि गिल को टेस्ट मैच बल्लेबाजी के मानसिक पहलू पर काम करना होगा ।

उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसे महान टेस्ट बल्लेबाज भी हुए हैं जिनकी रक्षात्मक तकनीक उतनी अच्छी नहीं थी । वीरेंद्र सहवाग इसका अच्छा उदाहरण हैं । लेकिन अगर आपका अपने स्ट्रोक्स पर नियंत्रण है तो रक्षात्मक तकनीक के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है । खेल के मानसिक पहलू पर काम करना होगा ।’’

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