बर्मिंघम, एक जुलाई। भारत पर जीत से उत्साहित इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि मेजबान देश पहली बार विश्व कप जीतने के दावेदारों में बना हुआ है लेकिन इसके लिए उसे बाकी बचे मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। श्रीलंका और आस्ट्रेलिया से हार के बाद इंग्लैंड के विश्व कप अभियान को करारा झटका लगा था लेकिन रविवार को भारत पर 31 रन की जीत से उसने अपनी उम्मीदें जगा दी हैं।
मोर्गन ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हां ऐसा है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके इसके और करीब पहुंच सकते हैं, इससे हमारे मौके बढ़ जाएंगे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज जिस तरह से प्रदर्शन किया विशेषकर बल्लेबाजी में वह लाजवाब था। इससे ड्रेसिंग रूम में सभी के समझ में आ गया है कि हमें टूर्नामेंट में कैसे खेलना है। यह जीत वास्तव में सही समय पर और बेहद मजबूत टीम के खिलाफ मिली है और इसलिए हम प्रसन्नचित हैं।’’
इंग्लैंड के अब आठ मैचों में दस अंक हैं और वह चौथे स्थान पर पहुंच गया है। उसे सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के लिए बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम लीग मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को आसानी से खेला। मोर्गन ने कहा कि कलाईयों के इन दोनों स्पिनरों पर दबाव बनाने से अंतर पैदा हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में गेंदबाजी आक्रमण को लेकर विशेष रणनीति नहीं थी क्योंकि कोई दिन किसी के लिए भी खराब हो सकता है और हम उस पर निर्भर नहीं रह सकते। इसलिए हमने जितना संभव हो उतना दबाव बनाना चाहते थे।’’
मोर्गन ने जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टॉ की सलामी जोड़ी की तारीफ की। रॉय चोटिल होने के कारण श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं खेल पाए थे। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह (राय) बल्लेबाजी कर रहा था तो उसके हाथ पर चोट लगी लेकिन यह सामान्य चोट थी और उसे फिट होना चाहिए। निश्चित तौर पर उसकी वापसी से हर किसी का मनोबल बढ़ा है विशेषकर तब जबकि वह ऐसी बल्लेबाजी कर रहा है जैसी उसने आज की। उसके लिए गेंदबाजी करना आसान नहीं होता है।’’
मोर्गन ने अपने गेंदबाजों की भी प्रशंसा की जिन्होंने पहले दस ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमने वास्तव में बहुत अच्छी गेंदबाजी की और यह छक्के जड़ने के लिए आसान विकेट नहीं था।’’