मिताली राज का सनसनीखेज खुलासा, बोलीं- सत्ता में मौजूद लोग बर्बाद करना चाहते हैं करियर

मिताली राज ने प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी और कोच रमेश पवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

By भाषा | Published: November 27, 2018 4:48 PM

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नई दिल्ली, 27 नवंबर। भारत की सीनियर महिला क्रिकेटर और वनडे कप्तान मिताली राज ने प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी और कोच रमेश पवार पर बरसते हुए कहा कि सत्ता में मौजूद कुछ लोग उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं। मिताली राज के इन आरोपों के बाद रमेश पवार ने किसी भी तरह की टिप्पणी से इनकार कर दिया, जबकि डायना एडुल्जी से संपर्क नहीं हो सका।

इंग्लैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप सेमीफाइनल से बाहर करने पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मिताली ने बीसीसीआई को लिखे ईमेल में कहा कि अपने दो दशक से अधिक के करियर में उन्होंने इतना अपमानित कभी महसूस नहीं किया और वह अपने आंसू नहीं रोक सकी।

एडुल्जी पर पद फायदा उठाने का आरोप

मिताली राज ने आरोप लगाया कि उन्हें बाहर करने का समर्थन करने वाली डायना एडुल्जी ने उनके खिलाफ अपने पद का फायदा उठाया। सेमीफाइनल में भारत को इंग्लैंड ने आठ विकेट से हराया। पैतीस बरस की मिताली ने ग्रुप चरण में दो अर्धशतक जमाये थे।

उन्होंने बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम को लिखे पत्र में कहा,‘‘ मेरे 20 बरस के लंबे करियर में पहली बार मैने अपमानित महसूस किया। मुझे यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि देश के लिए मेरी सेवाओं की अहमियत सत्ता में मौजूद कुछ लोगों के लिए है भी या नहीं या वे मेरा आत्मविश्वास खत्म करना चाहते हैं।’’

हरमनप्रीत के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहती

उसने कहा,‘‘मैं टी20 कप्तान हरमनप्रीत के खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहती, लेकिन मुझे बाहर रखने के कोच के फैसले पर उसके समर्थन से मुझे दुख हुआ।’’ मिताली ने कहा,‘‘मैं देश के लिए विश्व कप जीतना चाहती थी। मुझे दुख है कि हमने सुनहरा मौका गंवा दिया।’’

उन्होंने भारत की पूर्व कप्तान एडुल्जी को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने उसे बाहर रखने के फैसले का समर्थन किया था। मिताली ने कहा,‘‘मैंने हमेशा डायना एडुल्जी पर भरोसा जताया ओर उनका सम्मान किया। मैंने कभी यह नहीं सोचा कि वह मेरे खिलाफ अपने पद का दुरूपयोग करेगी। खासकर तब जबकि वेस्टइंडीज में जो कुछ मेरे साथ हुआ, मैं उन्हें बता चुकी थी।’’

रमेश पवार पर लगाया अपमानित करने का आरोप

मिताली ने कहा,‘‘मुझे सेमीफाइनल से बाहर रखने के फैसले को उनके समर्थन से मैं काफी दुखी हूं, क्योंकि उन्हें तो असलियत पता थी।’’ रमेश पवार के बारे में मिताली ने कहा कि ऐसी कई घटनाएं हुई जब उसने अपमानित महसूस किया।

उसने कहा,‘‘यदि मैं कहीं आसपास बैठी हूं तो वह निकल जाते थे या दूसरों को नेट पर बल्लेबाजी करते समय देखते थे, लेकिन मैं बल्लेबाजी कर रही हूं तो नहीं रूकते थे। मैं उनसे बात करने जाती तो फोन देखने लगते या चले जाते।’’ उन्होंने कहा,‘‘यह काफी अपमानजनक था और सभी को दिख रहा था कि मुझे अपमानित किया जा रहा है। इसके बावजूद मैने अपना आपा नहीं खोया।’’

कोच ने ग्राउंड पर आने से रोका

मिताली राज ने कहा,‘‘हालात बेकाबू होने पर मैंने टीम मैनेजर से भी बात की, लेकिन उसके बाद हालात बदतर होते चले गए। कोच के लिए मानो मैं टीम में थी ही नहीं।’’ मिताली ने कहा कि पवार ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में मैदान पर नहीं आने के लिए कहा।

उन्होंने कहा,‘‘शाम को टीम बैठक के बाद रमेश ने मेरे कमरे में फोन किया और कहा कि मैदान पर नहीं आना, क्योंकि वहां मीडिया होगा। मैं स्तब्ध रह गई कि मेरे टीम के साथ होने से मीडिया को क्या दिक्कत है। हमारे सबसे बड़े मैच में मुझे अपनी टीम से अलग रहने को कहा गया।’’

टॅग्स :मिताली राजप्रशासकों की समितिबीसीसीआईआईसीसी महिला टी-20 विश्व कप

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