टीम इंडिया के बॉलिंग कोच ने गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल का किया समर्थन, कहा- सभी को मिलेगा बराबर मौका

कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए अनिल कुंबले की अगुआई वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों के तहत लार के इस्तेमाल को प्रतिबंध करने का प्रस्ताव रखा है।

By भाषा | Published: May 28, 2020 10:06 PM2020-05-28T22:06:21+5:302020-05-28T22:06:21+5:30

Bharat Arun game for external substance if made uniform across teams | टीम इंडिया के बॉलिंग कोच ने गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल का किया समर्थन, कहा- सभी को मिलेगा बराबर मौका

भरत अरुण सभी टीमों को समान मौका मिलता है तो कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल का प्रयास होना चाहिए। (फाइल फोटो)

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Highlightsभरत अरुण का मानना है कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की आदत को छोड़ना मुश्किल होगा।अरुण ‘कृत्रिम पदार्थ’ के इस्तेमाल के खिलाफ नहीं हैं जब तक कि सभी टीमों को इसके उपयोग का समान अवसर मिले।

नई दिल्ली।भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का मानना है कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की आदत को छोड़ना मुश्किल होगा लेकिन इस इसकी जगह ‘कृत्रिम पदार्थ’ के इस्तेमाल के खिलाफ नहीं हैं जब तक कि सभी टीमों को इसके उपयोग का समान अवसर मिले।

कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए अनिल कुंबले की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों के तहत लार के इस्तेमाल को प्रतिबंध करने का प्रस्ताव रखा है। कई शीर्ष खिलाड़ियों और कोचों का मानना है कि गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाए रखने के लिये गेंद को चमकाने के लिए कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की स्वीकृति मिलनी चाहिए।

अरुण ने हाल में पीटीआई-भाषा से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘जहां तक बाहरी पदार्थ के उपयोग का सवाल है तो जब तक यह सभी टीमों के लिए समान हैं तो इसका इस्तेमाल क्यों ना किया जाएा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लार का इस्तेमाल करने की आदत को छोड़ना काफी मुश्किल होगा लेकिन हमारे ट्रेनिंग और अभ्यास सत्र के दौरान हमें इस आदत को छोड़ने का प्रयास करना होगा।’’

दुनिया के शीर्ष तेज गेंदबाज और इंडियन प्रीमियर लीग के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी पैट कमिंस भी लार पर प्रतिबंध लगने के कारण बाहरी पदार्थ के इस्तेमाल का पक्ष ले चुके हैं। आईसीसी ने गेंद पर पसीने के इस्तेमाल को प्रतिबंधित नहीं किया है जिससे कोरोना वायरस नहीं फैलता लेकिन कमिंस चाहते हैं कि खेल की वैश्विक संस्था गेंदबाजों के लिए कुछ और पहल करे।

क्रिकेट.कॉम.एयू ने कमिंस के हवाले से कहा ,‘‘पसीना बुरा नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि हमने इससे कुछ अधिक की जरूर है। यह कुछ भी हो, वेक्स या कुछ और जो कुझे नहीं पता।’’ पूर्व महान स्पिनर शेन वॉर्न ने हाल में सुझाव दिया था कि गेंद को एक तरफ से भारी किया जाए जिससे कि स्विंग कराने में मदद मिले। वॉर्न ने स्काई स्पोर्ट्स के क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा, ‘‘गेंद को एक तरफ से भारी क्यों नहीं बनाया जाए जिससे कि यह हमेशा स्विंग करे। यह टेप लगी हुई टेनिस की गेंद या लॉन बाल्स की तरह होगी।’’

कुंबले ने हालांकि स्टार स्पोर्ट्स पर हाल में बातचीत के दौरान लार पर प्रतिबंध के बावजूद कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की स्वीकृति देने की संभावना से इनकार कर दिया था। कुंबले ने हालांकि कहा था कि लार पर प्रतिबंध लगाना अंतरिम कदम है इसलिए उन्होंने कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की स्वीकृति देने के खिलाफ फैसला किया। 

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