एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप: विनेश फोगाट के बाद साक्षी मलिक ने भी किया ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा

साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते और इस तरह से भारतीय महिलाओं ने स्वर्ण पदक के बिना अपने अभियान का अंत किया।

By भाषा | Published: April 26, 2019 09:59 PM2019-04-26T21:59:48+5:302019-04-26T21:59:48+5:30

Asian Wrestling Championships 2019: Sakshi Malik and Vinesh Phogat clinch bronze medals | एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप: विनेश फोगाट के बाद साक्षी मलिक ने भी किया ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा

एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप: विनेश फोगाट के बाद साक्षी मलिक ने भी किया ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा

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शियान, 26 अप्रैल। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक पदक विजेता साक्षी मलिक और एशियाई खेलों की चैंपियन विनेश फोगाट ने शुक्रवार को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीते और इस तरह से भारतीय महिलाओं ने स्वर्ण पदक के बिना अपने अभियान का अंत किया। साक्षी (62 किग्रा) और विनेश (53 किग्रा) दोनों क्वार्टर फाइनल में हार गई थी, लेकिन उन पर जीत दर्ज करने वाली प्रतिद्वंद्वियों के फाइनल में पहुंचने से उन्हें रेपचेज में खेलने का मौका मिला जिससे वे पदक जीतने में सफल रही।

कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में विनेश ने चीन की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता कियानयु पांग को 8-1 से जबकि साक्षी ने उत्तर कोरिया की हियोन गियोंग मुन को 9-6 से हराया। भारत के लिये गुरुवार को मंजू कुमारी (59 किग्रा) और दिव्या काकरान (68 किग्रा) ने भी कांस्य पदक जीते थे। इस तरह से भारतीय महिलाओं ने चार कांस्य पदक के साथ अपने अभियान का अंत किया।

साक्षी ने क्वालिफाईंग दौर में वियतनाम की थी माइ हान को हराया था लेकिन क्वार्टर फाइनल में वह जापान की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता युकाको कवाई से हार गयी। कवाई के फाइनल में पहुंचने से साक्षी को रेपेचेज में खेलने का मौका मिला। उन्होंने कोरिया की जियी चोइ को हराकर कांस्य पदक प्लेआफ में प्रवेश किया था।

विनेश ने 50 किग्रा में जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अधिक वजन वर्ग में जाने का फैसला किया क्योंकि विश्व संचालन संस्था ने 2020 तोक्यो ओलंपिक के लिये वजन वर्गों में बदलाव किया था। उन्होंने पिछले महीने बुल्गारिया में यूडब्ल्यूडब्ल्यू डान कोलोव-निकोला में 53 किग्रा वजन वर्ग में हिस्सा लिया था और रजत पदक जीता।

विनेश की शुरुआत निराशाजनक रही, वह जापान की मायू मुकेदा से हार गयी जो क्वालीफिकेशन राउंड से पहुंची थी। जापानी पहलवान ने तकनीकी श्रेष्ठता के बूते 10-0 से जीत हासिल की। लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी फाइनल में पहुंच गयी थी जिससे विनेश रेपेचेज दौर में पहुंच गयी जहां उन्होंने ताइपे की जो सिह चियू को 6-0 से पराजित किया।

भारतीय महिलाओं में पूजा ढांडा (57 किग्रा) ने सबसे अच्छी शुरुआत की। उन्होंने क्वालीफिकेशन दौर में उज्बेकिस्तान की सेवारा इस्मुरातोवा को और क्वार्टर फाइनल में कजाखस्तान की इम्मा टिसिना को हराया लेकिन सेमीफाइनल में चीन की विश्व चैंपियन निंगनिंग रोंग से हार गयी। इसके बाद कांस्य पदक के प्लेआफ मैच में पूजा मंगोलिया की सेरेनचिमेद सुखी से 3-5 से पराजित हो गयी।

महिलाओं के 72 किग्रा वर्ग में किरण क्वार्टरफाइनल में कजाखस्तान की झामिला बाकबर्गेनोवा से 4-7 से हारकर बाहर हो गयीं। भारत को 65 किग्रा में भी निराशा हाथ लगी क्योंकि नवजोत क्वार्टर फाइनल में हार गयी।

वह कांस्य पदक प्लेऑफ तक पहुंची जहां उन्हें कजाखस्तान की आइना तेमिरतासोवा से हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम ने अब तक चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, तीन रजत और आठ कांस्य सहित कुल 12 पदक जीते हैं। भारत के पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवानों ने एक स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य पदक जीते थे।

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