पिछले महीने वर्ल्ड कप 2011 फाइनल फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए कुमार संगकारा और महेला जयवर्धन को पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया था। पुलिस ने पूर्व खेल मंत्री महिंदानंद अलुथगामगे द्वारा लगाए गए फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए संगा और जयवर्धन के अलावा तत्कालीन चयनकर्ता अरविंदा डी सिल्वा को भी तलब किया था।
इन खिलाड़ियों से पूछताछ का विरोध हुआ था और इनके प्रशंसक इसले खिलाफ सड़क पर उतर आए थे, हालांकि अब संगकारा ने खुलासा किया है कि पूछताछ खेल के लिए सवाल 'अच्छी' हो सकती है।
2011 वर्ल्ड कप फिक्सिंग आरोपों में खुद से हुई पूछताछ पर संगकारा ने तोड़ी चुप्पी
नेटवर्क 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, संगकारा ने क्रिकबज से कहा, 'यह निराशाजनक है और थोड़ा मनोरंजक भी है। और हाल ही में हमारेपूर्व-खेल मंत्री ने काफी तुच्छ दावा किया था और हमें सवालों के जवाब देने के लिए जाना पड़ा था।'
'वास्तव में, उससे गुजरना और उन सवालों के जवाह देना और वे बयान देना, वास्तव में खेल के लिए वास्तव में अच्छा था, चाहे वह मैं हूं, चयनकर्ता, महेला या कोई और। मुझे लगता है कि लोगों के लिए यह समझने के लिए वह प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण है कि खेल के लिए सम्मान का क्या मतलब है।'
क्रिकेट के खेल को ईमानदार लोगों की जरूरत है: संगकारा
उन्होंने कहा, 'क्रिकेट के खेल को ईमानदार लोगों की जरूरत है और जो लोग अपने मन की बात कहने से डरते नहीं हैं।'
संगा ने कहा, "और यह भी कि जब आपके पास कोई प्रश्न हो जिसका जवाब दिया जाना चाहिए, तो आपको उसे छिपाने की आवश्यकता नहीं है, आप उनमें से किसी का भी उत्तर दे सकते हैं। जब राजनीति की बात आती है, जब आपके पास राजनीतिक और नैतिक रूप से भ्रष्ट व्यक्ति होते हैं, जो आधिकारिक क्षमता में भी खेल से जुड़े होते हैं, तो आप समझते हैं कि यह सब कहां से आता है और आपको दूसरे अनुमान से डरने की जरूरत नहीं है कि उनकी प्रेरणा क्या हैं।'