...जब इशांत शर्मा ने कर दिया था इस दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज को इम्प्रेस

अपने करियर में अब तक 97 टेस्ट में 297 विकेट चटका चुके इशांत शर्मा 2018 में ससेक्स काउंटी के लिये खेला था तब गिलेस्पी उस टीम के कोच थे...

By भाषा | Published: April 20, 2020 06:18 AM2020-04-20T06:18:56+5:302020-04-20T06:18:56+5:30

Ishant Sharma's 'thirst for knowledge' and 'willingness to ask questions' impressed Jason Gillespie | ...जब इशांत शर्मा ने कर दिया था इस दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज को इम्प्रेस

...जब इशांत शर्मा ने कर दिया था इस दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज को इम्प्रेस

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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी इंग्लिश काउंटी में अपनी कोचिंग में खेलने वाले भारत के इशांत शर्मा की सीखने की ललक को देखकर काफी प्रभावित हुए थे और वह मानते हैं कि चेतेश्वर पुजारा को कांउटी में खेलकर काफी अनुभव मिला। इशांत काउंटी में खेलने से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर चुके थे।

अभी तक 97 टेस्ट में 297 विकेट चटका चुका यह भारतीय 2018 में ससेक्स काउंटी के लिये खेला था तब गिलेस्पी उस टीम के कोच थे। गिलेस्पी ने ‘काउ कॉर्नर क्रानिकल्स’ चैट शो में कहा, ‘‘आपको पता है कि इशांत की किस चीज ने सचमुच मुझे प्रभावित किया, वह थी उसकी नयी जानकारी हासिल करने की ललक, दूसरों को सुनने की इच्छा, सवाल पूछना, नयी चीजों को आजमाना। क्योंकि कभी कभार जब आप सीनियर और अनुभवी खिलाड़ी बन जाते हो तो आप अपनी ही तरह की चीजें करते हो। ’’

पिछले प्रथम श्रेणी सत्र के दौरान इशांत ने भी स्वीकार किया था कि हर कोई उनकी समस्या के बारे में बात कर रहा था लेकिन वो गिलेस्पी ही थे, जिन्होंने उन्हें हल प्रदान किया था। गिलेस्पी ने कहा, ‘‘खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है और यह ठीक है। लेकिन इशांत जानता था कि उसे अच्छी गेंदबाजी करनी है। वह यह भी जानता था कि वह बेहतर गेंदबाज बनना चाहता था।’’

भारत ने 2018 में उस सत्र में इंग्लैंड का दौरा किया था और गिलेस्पी को लगता है कि इशांत को इस अनुभव का फायदा मिला। उन्होंने यह भी कहा कि इशांत ने ससेक्स की ओर से खेलते हुए अन्य खिलाड़ियों को भी प्रभावित किया।

गिलेस्पी एक अन्य भारतीय टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा के साथ काम कर चुके हैं, जिन्हें उन्होंने यॉर्कशर की काउंटी टीम में कोचिंग दी थी। उन्होंने पुजारा की भी काफी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘यॉर्कशर में पुजारा हमारी टीम में थे और मैं तब वहां मुख्य कोच था। हमें शीर्ष तीन में एक बल्लेबाज की जरूरत थी जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमारे लिये अच्छा खेले और अच्छी गेंदबाजी के खिलाफ डटा रहे।’’

पुजारा के 2015 में यॉर्कशर की ओर से खेलने के बारे में बात करते हुए गिलेस्पी ने कहा, ‘‘पुजारा उस स्थान के लिये बिलकुल फिट रहा। उसने इसे चुनौती के तौर पर लिया और इंग्लिश हालात में ड्यूक गेंद के खिलाफ चुनौती बतौर खिलाड़ी उसके लिये अच्छी परीक्षा रही। यह उसके लिये अच्छा अनुभव रहा।’’ गिलेस्पी को लगता है कि काउंटी क्रिकेट में खेलने से पुजारा को काफी मदद मिली।

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