Highlightsआईपीएल-2019 के लिए 18 दिसंबर को जयपुर में नीलामी346 खिलाड़ियों पर 70 स्थानों के लिए लगेगी बोली
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)-2019 के लिए 18 दिसंबर (मंगलवार) को होने वाली नीलामी में 346 खिलाड़ियों पर 70 स्थानों के लिए बोली लगेगी। इस दौरान आईपीएल में खेलने वाली 8 फ्रेंचाइजी टीमों के बीच खिलाड़ियों को खरीदने की होड़ लगेगी।
यह नीलामी जयपुर में होनी है। इस नीलामी के लिए पहले 1003 खिलाड़ियों ने रजिट्रेशन कराया था। हालांकि, फाइनल लिस्ट में 346 खिलाड़ियों के नाम तय हुए।
नीलामी से पहले जानिए किस फ्रेंचाइजी के पास है कितना पैसा और कितनी जगह...
चेन्नई सुपरकिंग्स: मौजूदा चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने इस बार 23 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इस लिहाज से उनके पास केवल दो खिलाड़ियों की जगह बाकी और ये दोनों जगह भारतीय खिलाड़ियों के लिए है। तीन बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स के पास 8.4 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं। चेन्नई की टीम 73.60 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है।
सनराइजर्स हैदराबाद: साल 2016 की चैम्पियन टीम सनराइजर्स ने 17 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। साथ ही टीम ने तीन और खिलाड़ियों को शिखर धवन के बदले शामिल किया है। धवन की अदला-बदली दिल्ली डेयरडेविल्स से की गई है। सनराइजर्स की टीम ऐसे में अधिकतम पांच खिलाड़ियों को खरीद सकती है। इसमें तीन भारतीय और दो विदेशी होंगे। सनराइजर्स पिछले सीजन में उप-विजेता रही थी और उनके पास इस बार की नीलामी के लिए 9.70 करोड़ रुपये शेष हैं। सनराइजर्स टीम 72.30 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है।
मुंबई इंडियंस: तीन बार की चैम्पियन टीम मुंबई इंडियंस ने 17 खिलाड़ियों को रिटेन किया है जबकि 8 को रिलीज किया। साथ ही मुंबई ने आरसीबी से क्विंटन डी कॉक की अदला-बदली की। मुंबई की टीम 70.85 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है और ऐसे में उसके पास 11.15 करोड़ रुपये बाकी हैं। मुंबई की टीम अब 7 खिलाड़ी और खरीद सकती है। इसमें 6 भारतीयों के लिए और एक विदेशी खिलाड़ी के लिए जगह है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर: आरसीबी ने 14 खिलाड़ियों को रिटेन किया है और 6 को रिलीज किया है। साथ ही आरसीबी ने किंग्स इलेवन पंजाब के साथ मार्कस स्टोइनस के लिए मंदीप सिंह की अदला-बदली की। ऐसे में आरसीबी के पास 10 खिलाड़ियों की जगह बाकी है। इसमें 8 भारतीय और 2 विदेशी खिलाड़ियों की जगह है। विराट कोहली के नेतृत्व वाली आरसीबी 63.85 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है और ऐसे में उसके पास 18.15 करोड़ रुपये बाकी हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स: यह फ्रेंचाइजी 66.80 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है और उसके पास 15.20 करोड़ बाकी हैं। दो बार की चैम्पियन नाइट राइडर्स ने इस बार 13 खिलाड़ियों को रिटेन किया और 8 को रिलीज किया। ऐसे में नाइटराइडर्स अधिकतम 12 खिलाड़ियों को खरीद सकेंगे। इसमें 7 भारतीय और 5 विदेशी खिलाड़ियों के लिए जगह है।
राजस्थान रॉयल्स: इस टीम ने 16 खिलाड़ियों को इस बार रिटेन किया और 10 को रिलीज किया। रॉयल्स के बटुए की बात करें तो ये 61.05 करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं और इनके पास 20.95 करोड़ रुपये बाकी हैं। 2008 की चैम्पियन टीम पिछली बार सीएसके के साथ बैन से वापस लौटी है। राजस्थान रॉयल्स की टीम अब की परिस्थिति के अनुसार अधिकतम 9 खिलाड़ियों को खरीद सकती है। इसमें 6 स्थान भारतीय खिलाड़ियों के लिए हैं जबकि 3 विदेशी खिलाड़ियों के लिए हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब: इस फ्रेंचाइजी ने इस बार 9 खिलाड़ियों को रिटेन करने का फैसला किया और 11 को रिलीज किया। साथ ही इसने मंदीप सिंह के लिए मार्कस स्टोइनिस की अदला-बदली भी की। किंग्स इलेवन के पास इस लिहाज से 11 खिलाड़ियों की जगह बाकी है और उसेक पास 36.20 करोड़ रुपये हैं। किंग्स इलेवन की टीम 45.80 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। पंजाब इस बार 15 और खिलाड़ियों को खरीद सकता है। इसमें 11 भारतीय खिलाड़ी होंगे जबकि 4 विदेशी होंगे।
दिल्ली कैपिटल्स: नये नाम और तैयारी के साथ इस टीम ने 14 खिलाड़ियों को रिटेन करने का फैसला किया और 10 को रिलीज किया। दिल्ली ने साथ ही तीन खिलाड़ियों के बदले में हैदराबाद से शिखर धवन को वापस बुलाया। दिल्ली कैपिटल्स 56.50 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है और उसके पास 25.50 करोड़ रुपये बाकी हैं। ऐसे में उसे और 10 खिलाड़ी खरीदने हैं। इसमें 7 भारतीय और तीन विदेशी हो सकते हैं।