Sports Flashback: 7 साल पहले का वो इंग्लैंड दौरा, जब लॉर्ड्स में 'शतकों' की भीड़ में इतिहास रचने से चूके थे सचिन

इंग्लैंड के 400 से ज्यादा के स्कोर के जवाब में टीम इंडिया पहली पारी में 286 पर सिमट गई। राहुल द्रविड़ ने 103 रन बनाए।

By विनीत कुमार | Published: July 25, 2018 08:38 AM2018-07-25T08:38:14+5:302018-07-25T08:38:14+5:30

india vs england 100th test in 2011lords when sachin failed to score 100th century | Sports Flashback: 7 साल पहले का वो इंग्लैंड दौरा, जब लॉर्ड्स में 'शतकों' की भीड़ में इतिहास रचने से चूके थे सचिन

Sachin Tendulkar

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नई दिल्ली, 25 जुलाई: इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 1 अगस्त से शुरू हो रहा है। आखिरी बार भारतीय टीम इंग्लैंड की सरजमीं पर 2007 में टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब रही थी। इसके बाद से टीम इंडिया ने वहां टेस्ट तो जीते हैं लेकिन सीरीज पर कब्जा जमाने में नाकाम ही रही है। आखिरी बार 2014 में भारत की टीम इंग्लैंड गई थी और वहां उसे 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था।

बहरहाल, हम आपको बता रहे हैं 2011 के दौरे के उस टेस्ट मैच की कहानी जो अपने आप में कई रिकॉर्ड्स समेटे हुए है लेकिन उन रिकॉर्ड्स के बीच सचिन तेंदुलकर एक बड़ा रिकॉर्ड बनाने से चूक गए थे। सचिन ने करीब एक साल बाद उस 'अद्भुत' रिकॉर्ड को आखिरकार अपने नाम किया। 

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भारत और इंग्लैंड के बीच एतिहासिक टेस्ट

साल-2011 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड पर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी और सभी मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज का पहला टेस्ट लॉर्ड्स में खेला गया। यह मैच कई मायनों में एतिहासिक था। एक ओर जहां ये टेस्ट इतिहास का 2000वां मैच था वहीं, भारत और इंग्लैंड के बीच भी यह 100वां टेस्ट मैच था। यही नहीं, यह तब भारतीय टीम के कोच रहे डंकन फ्लेचर का भी बतौर कोच 100वां टेस्ट था।

फैंस को उम्मीद थी कि 'शतकों' की इस भीड़ के बीच सचिन भी 'क्रिकेट का मक्का' कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर अपने करियर का 100वां शतक जमा देंगे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और सचिन पहली पारी में 34 और दूसरी पारी में केवल 12 रन बनाकर आउट हुए। बाद में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में शतक जमाकर अपनी सेंचुरी का सैकड़ा पूरा किया।

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पीटरसन और द्रविड़ के बल्ले से निकले शतक

टॉस भारत ने जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया। हालांकि, पहले दिन झटका भारत को ही लगा और जहीर खान केवल 13 ओवर फेंकने के बाद हैमस्ट्रिंग का शिकार हो गए। उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा। इस पारी में इंग्लैंड की ओर से सुर्खियां केविन पीटरसन ने बटोरी। उन्होंने 326 गेंदों पर 202 रनों की दमदार पारी खेली और इंग्लैंड इसकी बदौलत पहली पारी में 474 रन बना सका। पीटरसन के लिए यह पारी खास थी क्योंकि उन्होंने तीन साल बाद अपने होम-ग्राउंड पर शतक ठोका था। वहीं, भारत की ओर से प्रवीण कुमार ने 5 विकेट झटके।

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बहरहाल, इंग्लैंड के 400 से ज्यादा के स्कोर के जवाब में टीम इंडिया पहली पारी में 286 पर सिमट गई। राहुल द्रविड़ ने 103 रन बनाए और नॉट आउट रहे। इंग्लैंड के सामने बड़ी बढ़त थी और उसने दूसरी पारी में सात विकेट खोकर 269 रन बनाते हुए भारत के सामने 458 का बड़ा टार्गेट रख दिया। भारत इस बड़े लक्ष्या का पीछा करते हुए 261 पर ऑलआउट हुआ और 196 रनों से मैच हार गया। 

इस पारी में सुरेश रैना ने सबसे अधिक 78 रनों की पारी खेली। वहीं, वीवीएस लक्ष्मण ने 56 रन बनाए। पहली पारी में नाबाद शतक ठोकने वाले द्रविड़ केवल 36 रन बना सके। इस हार के साथ ही भारत को दूसरे टेस्ट में 319 रन, तीसरे टेस्ट में 242 रन और चौथे टेस्ट में एक पारी और 8 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा। 

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