नई दिल्ली, जुलाई: एमएस धोनी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी दो मैचों में अपनी धीमी बैटिंग के लिए आलोचकों के निशाने पर रहे हैं। संयोग से टीम इंडिया पहला मैच जोरदार तरीके से जीतने के बाद आखिरी दो मैचों में हारते हुए वनडे सीरीज 2-1 से गंवा बैठी।
अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने भी धोनी की बैटिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी धीमी बैटिंग से साथी बल्लेबाजों को भी पिच पर राहत की सांस लेने का मौका नहीं मिलता है।
गंभीर ने Cricbuzz से कहा, 'धोनी पिछले दो मैचों में जिस तरह से खेले हैं, उसमें काफी डॉट गेंदें रहे हैं। जिस तरह से वह बैटिंग कर रहे हैं, वह बाकी के बल्लेबाजों पर दबाव बना रहे हैं। इसलिए उन्हें खुलकर खेलने की जरूरत है।'
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इन दोनों ही वनडे मैचों में धोनी ने टिकने के लिए समय लिया लेकिन फिर भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाए। इस पर चिंता जताते हुए गंभीर ने कहा, 'मैं कुछ साल पहले एमए को इतनी डॉट बॉल खेलते हुए नहीं देखा है। उन्हें इस पर काम करने की जरूरत है। आमतौर पर एमएस धोनी टिकने के लिए समय लेते हैं। फिर वह आखिरी दस ओवरों में आक्रामक हो जाते हैं। लेकिन पिछले दो मैचों के दौरान उनकी बैटिंग से ये नदारद दिखा।'
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इससे पहले सौरव गांगुली ने भी कहा था कि एमएस धोनी को एक बल्लेबाज के तौर पर और ज्यादा करने की जरूरत है। गांगुली ने कहा, 'अगर धोनी को खेलना है तो उन्हें ऐसी स्थिति में पहुंचने की जरूरत है जहां वह शॉट खेल सकें। अगर वह 24-25 ओवर में बैटिंग के लिए उतरते हैं तो उन्हें पारी को संवारने होता है। अभी वह संघर्ष कर रहे हैं। वह इसे बदल सकते हैं क्योंकि वह महान खिलाड़ी है, लेकिन अभी वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं और इसे एक साल हो गया है।'