Highlightsतीनों प्रारूपों में 272 मैच खेले।दिल्ली की 2007-08 सत्र में अंतिम रणजी ट्राफी विजेता टीम का हिस्सा रहा।37 साल का क्रिकेटर जम्मू कश्मीर और मेघालय के लिए भी खेल चुका है।
Punit Bisht Retirement: दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज पुनीत बिष्ट ने अपने 17 साल के लंबे करियर को अलविदा कह दिया है। भारतीय टीम में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। विरीट कोहली के साथ साझेदारी कर सभी को चौका दिया था। बिष्ट ने तीनों प्रारूपों में कुल 272 मैच खेले हैं और 2007-08 में दिल्ली के साथ रणजी ट्रॉफी जीती और जम्मू-कश्मीर और मेघालय के लिए भी खेले हैं।
उन्होंने 103 प्रथम श्रेणी मैचों में भाग लिया और 62.71 की स्ट्राइक रेट और 38.74 की औसत से दस शतकों सहित 5231 रन बनाए। लिस्ट ए में, उन्होंने 103 मैचों में 38.98 के औसत और 100.48 के स्ट्राइक रेट के साथ 2924 रन बनाए, जिसमें छह शतक शामिल हैं।
2018-19 रणजी ट्रॉफी में सिक्किम के खिलाफ मेघालय के लिए उनका सर्वोच्च प्रथम श्रेणी व्यक्तिगत स्कोर 343 था। उन्हें 51 गेंदों में 146 रन की शानदार पारी के लिए भी जाना जाएगा, जिसमें 2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट में मेघालय को मिजोरम पर 130 रन की शानदार जीत दिलाने के दौरान छह चौके और 17 छक्के शामिल थे।
बिष्ट ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को अलविदा कहने का सही समय है। मैंने प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए दोनों प्रारूपों में 100 से ज्यादा मैच खेले। अब बतौर खिलाड़ी हासिल करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है और मेरा मानना है कि यह संन्यास लेने का सही समय है। ’’ उन्होंने 299 कैच और 19 स्टंप आउट किए। लिस्ट ए के 103 मैचों में 2924 रन बनाए, छह शतक और 17 अर्धशतक शामिल थे।