पिछले साल जुलाई में भारत Vs श्रीलंका का मैच था फिक्स! रिपोर्ट में दावा

भारत के जिस मैच का जिक्र हो रहा है उसमें भारतीय टीम ने पहली पारी में 600 रन बनाए थे और तब मैच फिक्सर्स ने मोटी कमाई की थी।

By विनीत कुमार | Published: May 26, 2018 01:06 PM2018-05-26T13:06:34+5:302018-05-26T13:14:32+5:30

al jazeera reports india vs sri lanka test match in 2017 july match fixed | पिछले साल जुलाई में भारत Vs श्रीलंका का मैच था फिक्स! रिपोर्ट में दावा

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नई दिल्ली, 26 मई: क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का जिन्न एक बार सामने आया है। टीवी चैनल अल जजीरा ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए दावा किया है कि श्रीलंका के गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए दो टेस्ट मैच फिक्स थे। इसमें एक पिछले साल जुलाई भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया एक मैच भी शामिल है। रिपोर्ट्स के अनुसार मैच फिक्सर्स को तीसरा टेस्ट मैच फिक्स करने की कोशिश और इसके बारे में बात करते हुए भी कैमरे पर पकड़ा गया। फिक्सिंग की ये पूरी कोशिश पिच को प्रभावित करके करने की थी।

इसके अलावा एक और मैच जिसे लेकर रिपोर्ट में ऊंगली उठाई जा रही है उसे 2016 में श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। यह दोनों मैच गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए थे। गोपनीय तरीके से किए गए इस स्टिंग ऑपरेशन में मैच फिक्सर को यह कहते भी हुए देखा गया कि वे इसी साल नवंबर में श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच होने वाले मैच को भी फिक्स करने की बाचत कर रहे हैं। आईसीसी ने इस पूरे मामले के सामने आने के बाद जंच शुरू कर दी है। (और पढ़ें- IPL 2018: कोलकाता की हार के बावजूद दिनेश कार्तिक का कमाल, अपने नाम किया ये बेहतरीन रिकॉर्ड)

अल-जजीरा की ये 'क्रिकेट मैच फिक्सर्स' डॉक्यूमेंट्री रविवार रात 10 बजे से ऑनलाइन देखी जा सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि कैसे मुंबई का एक कथित मैच फिक्सर रॉबिन मॉरिस अंडरकवर रिपोर्टर से दावा कर रहा है कि उसने गॉल के ग्राउंड्समैन को पिच को प्रभावित करने के लिए पैसे दिए हैं ताकि मनमुताबिक नतीजे आ सकें। मॉरिस महाराष्ट्र से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुका है।

यही नहीं गॉल स्टेडियम के असिस्टेंट मैनेजर और ग्राउंड्समैन थिरंगा इंडिका बता रहे हैं कि वह पिच को गेंदबाज या बल्लेबाच के हिसाब से तैयार कर सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या पिच को मैच को ड्रॉ के लिए भी तैयार किया जा सकता है, इंडिका बताते हैं, 'हां, मैं एक हफ्ते पहले ही इसकी पुष्टि कर सकता हूं।'

इस पूरे काम को कुछ इस तरह अंजाम दिया जाता है कि पिच को ऐसा बनाया जाए जिससे पहली पारी में अधिक रन बनाए जा सके और उस पर लगे सट्टे से फिक्सर मोटी कमाई कर सकें। भारत के जिस मैच का जिक्र हो रही है उसमें भारतीय टीम ने पहली पारी में 600 रन बनाए थे और तब मैच फिक्सर्स ने मोटी कमाई की थी।

ऐसे ही इंडिया ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में पिच को गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार बनाया गया था। इंडिया के अनुसार, 'उस पांच दिनों के मैच में हमने थोड़ी खराब पिच तैयार की थी और उसमें रोलर का इस्तेमाल नहीं किया और स्पिन विकेट बनाया।'

रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा करके फिक्सर ये कोशिश करते हैं कि मैच पांच दिन नहीं चले और नतीजे के साथ पहले ही खत्म हो जाए। इसमें भी मैच फिक्सर मैच के ड्रा होने या नहीं होने को लेकर सट्टेबाज कर बड़ी कमाई करते हैं। (और पढ़ें- IPL 2018: कोलकाता की दिल तोड़ने वाली हार के बाद क्यों 'मुस्कुराए' शाहरुख खान!)

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