लाइव न्यूज़ :

Assembly Elections 2023: दंगे में मारे गए युवक के मजदूर पिता ने 7 बार के कांग्रेस विधायक रवींद्र चौबे को हराया

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: December 4, 2023 10:09 IST

छत्तीसगढ़ के साजा निर्वाचन क्षेत्र में पेशे से मजदूर और दंगा पीड़ित भाजपा उम्मीदवार ईश्वर साहू ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक और मंत्री रवींद्र चौबे को हराया है।

Open in App
ठळक मुद्दे छत्तीसगढ़ की साजा सीट पर पेशे से मजदूर भाजपा उम्मीदवार ईश्वर साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी को हरायाभाजपा के ईश्वर साहू ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक और मंत्री रवींद्र चौबे को साजा सीट से हराया हैईश्वर साहू को 1,01,789 वोट मिले, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार 96,593 वोट मिला

रायपुर: छत्तीसगढ़ के साजा निर्वाचन क्षेत्र में पेशे से मजदूर और दंगा पीड़ित भाजपा उम्मीदवार ईश्वर साहू ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक और मंत्री रवींद्र चौबे को हराया, जो पहले साजा सीट पर सात बार जीत चुके थे। ईश्वर साहू ने रविंद्र चौबे को 5,196 वोटों से हराया है। ईश्वर साहू को जहां 1,01,789 वोट मिले, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार 96,593 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

कांग्रेस के रविंद्र चौबे साल 2013 के विधानसभा चुनावों को छोड़कर 1985 से साजा निर्वाचन क्षेत्र से जीत रहे थे। 2013 में वह भाजपा उम्मीदवार से हार गए थे। हारने वाले कांग्रेस नेता चौबे भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में विधानसभा मामलों के मंत्री थे। इसके अलावा वो साल 2009 से 2013 तक छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे थे।

वहीं, उन्हें हराने वाले भाजपा के ईश्वर साहू की बात करें तो उनका कोई राजनीतिक करियर नहीं हैं, वह पेशे से एक मजदूर है और दंगा पीड़ित हैं, जिनके बेटे को मुस्लिम भीड़ ने मार डाला था। उन्हें बीजेपी ने साजा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता रविंद्र चौबे के खिलाफ मैदान में उतारा था। प्रचार के दौरान ईश्वर साहू ने लगातार कांग्रेस के मौजूदा विधायक पर तीखा हमला बोला और कहा कि एक जन प्रतिनिधि के तौर पर रवींद्र चौबे ने अपना कर्तव्य नहीं निभाया।

उन्होंने कहा था कि जो लोग साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरानपुर में जिहादी उन्माद में शामिल आरोपी हत्यारों को तुष्टीकरण की राजनीति के तहत संरक्षण दे रहे हैं और निर्दोष युवाओं को जेल में डाल रहे हैं, वे हमारा दर्द नहीं समझ सकते।

मालूम हो कि कि ईश्वर साहू के बेटे भुवनेश्वर साहू की इस साल अप्रैल में बिरानपुर गांव में सांप्रदायिक झड़प में मौत हो गई थी। यह घटना 8 अप्रैल को सामने आई जब छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में मुस्लिम भीड़ ने एक हिंदू युवक पर तलवार से हमला कर उसकी हत्या कर दी। 

टॅग्स :विधानसभा चुनाव 2023छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023BJPकांग्रेस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतझारखंड में संभावित सियासी उलटफेर की खबरों पर कोई भी नेता खुलकर बोलने को नहीं है तैयार, सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार है गरम

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

छत्तीसगढ अधिक खबरें

छत्तीसगढ'पंडवानी एक ऐसी विधा है, जिसके माध्यम से छत्तीसगढ़ को विश्व में मिली पहचान': मुख्यमंत्री साय

छत्तीसगढChhattisgarh: 5 नवम्बर को नवा रायपुर में दिखेगी वायुसेना की शौर्यगाथा, रजत जयंती महोत्सव के दौरान होगा ‘सूर्यकिरण एरोबैटिक शो’

छत्तीसगढ'लघु वनोपजों से आत्मनिर्भरता की राह', मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तय किया हरित विकास का रोडमैप

छत्तीसगढChhattisgarh: 'अपराधियों में हो कानून का भय और जनता में हो सुरक्षा का अहसास' — मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

छत्तीसगढहमारी सरकार सुशासन और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय