महंगाई ने फिर उठाया सिर, खाद्य पदार्थो की कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 14, 2017 03:34 PM2017-12-14T15:34:25+5:302017-12-14T15:47:33+5:30
गुरुवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं जिसमें खाद्य पदार्थो और ईधन की कीमतों में हुई तेज बढ़ोतरी से देश की थोक मुद्रास्फीति बढ़कर नवंबर में 3.93 फीसदी पर रही।
नई दिल्ली। नवंबर महीने में थोक महंगाई दर 8 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। खाद्य पदार्थो और ईधन की कीमतों में हुई तेज बढ़ोतरी से देश की थोक मुद्रास्फीति बढ़कर नवंबर में 3.93 फीसदी पर रही। गुरुवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने आधिकारिक आंकड़े जारी किए।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) नवंबर में बढ़कर 3.93 फीसदी पर पहुंचा जबकि अक्टूबर में यह 3.59 फीसदी पर था। साल 2016 के नवंबर में यह 1.82 फीसदी पर रहा था।
अनुक्रमिक आधार पर, प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में 5.28 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो अक्टूबर में 3.33 फीसदी थी। डब्ल्यूपीआई में प्राथमिक वस्तुओं का भार 22.62 फीसदी है। खाद्य पदार्थो की कीमतों में नवंबर में 6.06 फीसदी की वृद्धि रही, जबकि अक्टूबर में यह 4.30 फीसदी पर थी।
(आईएएनएस से इनपुट लेकर)
खाद्य पदार्थो के संदर्भ में, प्याज की महंगाई दर साल-दर-साल आधार पर बढ़कर 178.19 फीसदी, जबकि आलू की कीमत में (-)40.73 फीसदी की गिरावट रही।
कुल मिलाकर सब्जियों की कीमतों में नवंबर में 59.80 फीसदी की वृद्धि रही, जबकि एक साल पहले समान माह में इनमें (-)17.31 फीसदी की गिरावट रही थी।
कच्चे तेल की कीमतों में आ रही लगातार बढ़ोतरी की वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़े हैं। इसके अलावा पिछले महीने बिजली की कीमतों में भी इजाफा हुआ है।