वोडाफोन आइडिया को दिसंबर तिमाही में हुआ 6 हजार, 438 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा
By भाषा | Published: February 13, 2020 08:31 PM2020-02-13T20:31:46+5:302020-02-13T20:31:46+5:30
वोडाफोन आइडिया कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) रविंदर टक्कर ने कहा, ‘‘हम एजीआर बकाये में राहत तथा अन्य मुद्दों को लेकर लगातार सरकार के साथ संपर्क में हैं। पुनर्विचार याचिका रद्द होने के बाद हमने उच्चतम न्यायालय में आदेश में सुधार को लेकर याचिका दायर की है।’’
दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया को चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 6,438.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। साल भर पहले की समान तिमाही में कंपनी को 5,004.6 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने कहा कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय साल भर पहले के 11,982.8 करोड़ रुपये से पांच प्रतिशत कम होकर 11,380.5 करोड़ रुपये पर आ गयी।
कंपनी ने कहा कि इस दौरान कर्ज के एवज में किया जाने वाला भुगतान करीब 30 प्रतिशत बढ़कर 3,722.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी द्वारा मूल्य-ह्रास का प्रावधान 23 प्रतिशत बढ़कर 5,877.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को सितंबर तिमाही में समायोजित विधायी बकाया (एजीआर) का प्रावधान करने के कारण 50,922 करोड़ रुपये का भारी-भरकम घाटा हुआ था।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) रविंदर टक्कर ने कहा, ‘‘हम एजीआर बकाये में राहत तथा अन्य मुद्दों को लेकर लगातार सरकार के साथ संपर्क में हैं। पुनर्विचार याचिका रद्द होने के बाद हमने उच्चतम न्यायालय में आदेश में सुधार को लेकर याचिका दायर की है।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी 4जी कवरेज, मुख्य बाजारों में क्षमता विस्तार तथा तीव्र नेटवर्क एकीकरण पर ध्यान बनाये हुए है। उन्होंने कहा, ‘‘राजस्व पर कई तिमाहियों के लगातार दबाव के बाद सितंबर तिमाही से इसमें सुधार हो रहा है। यह सुधार शुल्क में वृद्धि से पहले का है। दिसंबर में शुल्क में की गयी वृद्धि से राजस्व में आने वाले समय में और सुधार होगा। हम नये वित्त वर्ष की पहली तिमाही में प्रदर्शन का अपना लक्ष्य पाने की राह पर हैं।’’