USA: आर्थिक मंदी के कारण अब ग्लोबल बैंकिंग फर्म गोल्डमैन सैक्स ग्रुप भी करेगा छंटनी, अगले हफ्ते हजारों कर्मचारियों पर गाज गिरेगी
By आजाद खान | Published: September 13, 2022 11:35 AM2022-09-13T11:35:21+5:302022-09-13T15:47:55+5:30
आपको बता दें कि बैंकिंग प्रमुख गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि वे हर साल कर्मचारियों को निकालते है, लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो सालों से कोई छंटनी नहीं हुई है।
Goldman Sachs News: अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी को देखते हुए बैंकिंग प्रमुख गोल्डमैन सैक्स अगले हफ्ते से हजारों कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि गोल्डमैन सैक्स हर साल छटनी करता है, लेकिन पिछले दो सालों से कोरोना के कारण कोई छंटनी नहीं हुई है।
यही कारण है कि गोल्डमैन सैक्स में कर्मचारियों की संख्या काफी बढ़ गई है और अब इसे कम कर गोल्डमैन सैक्स अपना खर्च कम करना चाहता है। आपको बता दें कि केवल गोल्डमैन सैक्स में ही नही बल्कि कई और बैंकिंग प्रमुखों में इस तरह की छंटनी देखी गई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, अगले हफ्ते से बैंकिंग प्रमुख गोल्डमैन सैक्स अपने कर्मचारियों को निकालना शुरू करेगा। कंपनी का कहना है कि वह हर साल इस तरह से कर्मचारियों को निकालता है, ऐसे में पिछले में दो सालों में कोई छंटनी नहीं हुई है। कंपनी का कहना है कि यही कारण है कि दो साल के बाद अब वे कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है।
आंकड़ों की माने तो जून के अन्त में गोल्डमैन सैक्स के कर्मचारियों में इजाफा देखने को मिला है और यह वैश्विक स्तर पर 47,000 से अधिक हो गई है। यह आकंड़े पिछले वर्ष की इसी अवधि के बराबर में 15 फीसदी ज्यादा है।
कम से कम इतने लोगों की हो सकती है छंटनी
ऐसे में जानकारों का कहना है कि कंपनी आने वाले हफ्ते में एक से पांच फीसदी तक छंटनी कर सकती है। कंपनी के मुताबिक, जिन लोगों को कंपनी निकालेगी वो ऐसे कर्मचारी होंगे जो कंपनी में रहकर और काम करते हुए कम प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में यह अटकले लगाई जा रही है कि कंपनी आने वाले दिनों में 500 से 2,400 कर्मचारियों को निकाल सकती है।
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने दिया था संकेत
आपको बता दें कि इससे पहले गोल्डमैन सैक्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी डेनिस कोलमैन ने कहा था कंपनी को सही से चलाने के लिए वे अपने खर्ज कम कर रहे है। उन्होंने यह भी कहा था कि वे अपने खर्च और निवेश की योजनाओं की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
डेनिस कोलमैन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा था कि वे नई भर्तियों की गति को धीरे कर दिए है कुछ पेशेवर शुल्क को कम करने का भी फैसला लिया है।
इस कारणों से आया है आर्थिक मंदी
बताया जा रहा है कि कई कारणों से यह आर्थिक मंदी आई है। ऐसे में रूस-यूक्रेन युद्ध और जलवायु में परिवर्तन जैसे मुख्य कारण है जिसके चलते यह र्थिक मंदी देखने को मिली है।
आपको बता दें कि इससे पहले अन्य बैंकिंग प्रमुख जैसे सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी और वेल्स फारगो एंड कंपनी ने भी कर्मचारियों से उनका एग्रीमेन्ट को खत्म कर छंटनी की है।