अमेरिकी फेडरल बैंक ने बढ़ाई नीतिगत ब्याज की दरें, भारतीय सेंसेक्स पर नकारात्मक असर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 14, 2018 05:41 PM2018-06-14T17:41:00+5:302018-06-14T17:41:00+5:30
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स अच्छी शुरुआती की और बढ़कर 35,749.88 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
मुंबई , 14 जून (भाषा) अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने के निर्णय तथा इसमें आगे और वृद्धि किए जाने की संभावनाओं के बीज आज स्थानीय शेयर बाजार में बिकवाली का जोर तेज हो गया और तीन दिन से चल रही तेजी का सिलसिला टूट गया।
बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 139 अंक टूटकर 35,599.82 अंक पर बंद हुआ।
ब्रोकरों ने कहा कि थोक मुद्रास्फीति के बढ़कर 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। मई में थोक मुद्रास्फीति 4.43 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स अच्छी शुरुआती की और बढ़कर 35,749.88 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया। हालांकि , एशियाई बाजारों में कमजोर रुख से जल्द ही यह नीचे आ गया। कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स कल के मुकाबले 139.34 अंक यानी 0.39 प्रतिशत गिरकर 35,599.82 अंक पर बंद हुआ।
पिछले तीन कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में 295.49 अंक की तेजी रही थी।
इसी प्रकार , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 48.65 अंक यानी 0.45 प्रतिशत लुढ़ककर 10,808.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,773.55 से 10,833.70 अंक के दायरे में रहा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा कल ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करने के बाद निवेशकों ने सतर्कता बरती। यह इस साल ब्याज दर में दूसरी बढ़ोतरी है। फेड रिजर्व ने इस साल दो और बार तथा अगले साल चार बार ब्याज दर बढ़ाने के संकेत दिये हैं।
निवेशक यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नीतिगत दर पर फैसले का भी इंतजार कर रहे हैं।
इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफलियो निवेशकों (एफपीआई) ने कल 70.77 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिक्री की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 486.78 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध लिवाली की।