Unique Grain ATM: ग्रेन एटीएम से गेहूं-चावल मात्र 30 सेकेंड में पाएं, राशन लेने के लिए लंबी कतार में लगना अब बीते दिनों की बात, जानें क्या है योजना और कैसे करता है काम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 18, 2023 07:26 PM2023-03-18T19:26:54+5:302023-03-18T19:27:44+5:30
Unique Grain ATM: सरकार ने यह अनाज एटीएम प्रदान किया और इसने इसी माह से काम शुरू किया है।

100-150 राशन कार्ड धारकों को अनाज वितरित किया जा चुका है। (file photo)
लखनऊः राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में राशन लेने के लिए लंबी कतार में लगना अब बीते दिनों की बात हो गयी है, क्योंकि यहां उचित मूल्य की दुकान पर स्थापित अनूठे अनाज एटीएम (ग्रेन एटीएम) से गेहूं और चावल मिलने में मात्र 30 सेकेंड का समय लगता है। एटीएम से दुकानदार और कार्डधारक के बहुमूल्य समय की बचत होती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में 15 मार्च को अनाज एटीएम स्थापित किया गया है और अब तक इससे लगभग 150 राशन कार्ड धारकों को अनाज (चावल और गेहूं) वितरित किया है। लखनऊ में कोटेदार (उचित मूल्य की दुकान के मालिक) पंकज गिरी ने कहा ''सरकार ने यह अनाज एटीएम प्रदान किया और इसने इसी माह से काम शुरू किया है।
First 'Grain ATM' launched in Lucknow! Consumers can now collect their ration without any complaints of underweighting as the Grain ATM dispenses it accurately. No more weighing on scales.#GrainATM#Lucknow#consumers#UttarPradesh#Indiapic.twitter.com/hgwU5oeLlE
— Jist (@jist_news) March 17, 2023
इससे पहले कार्ड धारक को अनाज देने में लगभग 2-3 मिनट का समय लगता था, लेकिन अब 30 सेकंड में आपूर्ति हो रही है। इसके माध्यम से अब तक 100-150 राशन कार्ड धारकों को अनाज वितरित किया जा चुका है।" गिरी ने कहा " एटीएम के माध्यम से वितरित किए जा रहे खाद्यान्नों में कम तौल की कोई गुंजाइश नहीं है।"
प्रदेश के खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने बताया कि "फिलहाल देश में ऐसे सात अनाज एटीएम काम कर रहे हैं और इनमें से तीन उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर में स्थापित किये गये हैं।" शर्मा ने कहा कि राशन कार्ड धारक को उचित मूल्य की दुकान पर ईपीओएस मशीन पर अपना अंगूठा लगाने के बाद तीन किलो चावल और दो किलोग्राम गेहूं मिलेगा।
शर्मा ने एटीएम की सराहना करते हुए कहा, "यह मशीन निश्चित रूप से पहले से प्रचलित घटतौली (कम तौल) पर अंकुश लगाएगी और इससे पारदर्शिता आएगी। इससे राशनकार्ड धारक को उसका वाजिब हक मिलेगा।''