सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंकों की दो दिवसीय हडताल

By भाषा | Updated: December 2, 2021 18:50 IST2021-12-02T18:50:54+5:302021-12-02T18:50:54+5:30

Two-day strike of banks in protest against privatization of public banks | सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंकों की दो दिवसीय हडताल

सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंकों की दो दिवसीय हडताल

जयपुर, दो दिसंबर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर 16 और 17 दिसंबर को बैंकों में दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की जायेगी।

यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस नौ सरकारी बैंकों के यूनियन का संयुक्त मंच है।

यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के संयोजक महेश मिश्रा ने बृहस्पतिवार को बताया कि सरकार संसद के मौजूदा सत्र में बैंकिंग सुधार विधेयक पारित कराना चाहती है जिससे निजीकरण का रास्ता साफ हो जाए।

उन्होंने एक बयान में बताया कि यूनाइटेड फोरम इस बिल का विरोध करने के लिये शुक्रवार (3 दिसंबर) से शुरू हो रहे आंदोलन के तहत धरना प्रदर्शन करेगा और विधेयक के विरोध में 16 व 17 दिसंबर की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की जायेगी।

उन्होंने बताया कि हम देश में कर्मचारी एवं जन समर्थित बैंकिंग नीतियों के साथ देश के आर्थिक विकास से जुड़ी नीतियों के समर्थक हैं न कि बैंकों के निजीकरण किए जाने के। इसीलिए बैंक कर्मचारियों का यह आंदोलन जारी है।

उन्होंने कहा कि हड़ताल से संबंधित नोटिस यूनाइटेड फोरम ने भारतीय बैंक संघ को दे चुका है।

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Web Title: Two-day strike of banks in protest against privatization of public banks

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