share market closing bell: 2 दिन और 8,35,799.85 करोड़ रुपये, पश्चिम एशिया में तनाव और बाजार पर संकट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 13, 2025 18:45 IST2025-06-13T18:44:46+5:302025-06-13T18:45:41+5:30
share market closing bell: मझोली कंपनियों के बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.32 प्रतिशत और छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.30 प्रतिशत की सुस्ती रही।

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share market closing bell:शेयर बाजार में दो सत्रों से जारी गिरावट के बीच इक्विटी बाजार के निवेशकों को कुल 8.35 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के बीच पिछले दो दिनों में बीएसई के मानक सूचकांक सेंसेक्स में करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में खासी तेजी देखी गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 573.38 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,118.60 अंक पर बंद हुआ। पिछले दो सत्र में सेंसेक्स में कुल 1,396.54 अंक यानी 1.69 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इसके अलावा मझोली कंपनियों के बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.32 प्रतिशत और छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.30 प्रतिशत की सुस्ती रही। इस तीव्र गिरावट के चलते बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण दो सत्रों में 8,35,799.85 करोड़ रुपये घटकर 4,47,21,343.34 करोड़ रुपये रह गया।
विश्लेषकों का मानना है कि इजराइल और ईरान के बीच पूर्ण युद्ध छिड़ने और विदेशी पूंजी के बाहर जाने की आशंकाओं के बीच निवेशकों ने जोखिम वाले शेयरों से दूर रहना बेहतर समझा। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 7.61 प्रतिशत उछलकर 74.64 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
कमजोर वैश्विक बाजारों और ईरान के सैन्य प्रतिष्ठानों पर इजराइली हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने से शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट पर रहे। सेंसेक्स 573 अंक और निफ्टी 170 अंक टूट गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 573.38 अंक यानी 0.70 प्रतिशत गिरकर 81,118.60 अंक पर बंद हुआ।
सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 1,337.39 अंक तक गिरकर 80,354.59 पर आ गया था लेकिन बाद में एक हद तक संभल गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 169.60 अंक यानी 0.68 प्रतिशत गिरकर 24,718.60 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों का मानना है कि इजराइल और ईरान के बीच पूर्ण युद्ध छिड़ने और विदेशी पूंजी के बाहर जाने की आशंकाओं के बीच निवेशकों ने जोखिम वाले शेयरों से दूर रहना बेहतर समझा। मेहता इक्विटी लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से निवेशकों ने सोने जैसे सुरक्षित निवेश का रुख किया और जोखिम भरे इक्विटी बाजार से दूर रहे।
अगले कुछ हफ्तों में अमेरिका की तरफ से एकतरफा शुल्क लगाने की नई चिंताओं ने भी धारणा पर असर डाला।" सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, सन फार्मा और मारुति के शेयरों में बढ़त रही। मझोली कंपनियों के बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.32 प्रतिशत और छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 0.30 प्रतिशत की सुस्ती रही। सबसे ज्यादा 2.06 प्रतिशत की गिरावट सेवा क्षेत्र में देखी गई जबकि बैंक खंड में 1.01 प्रतिशत और एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली इकाइयां) खंड में 0.94 प्रतिशत की गिरावट रही। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,469 गिरावट के साथ बंद हुईं जबकि 1,516 शेयरों में तेजी रही और 137 अन्य परिवर्तित रहे।