लाइव न्यूज़ :

सद्भाव इंजीनियरिंग के संयुक्त उद्यम ने सूरत मेट्रो परियोजना के लिए सबसे कम बोली लगाई

By भाषा | Updated: December 22, 2020 12:33 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर सद्भाव इंजीनियरिंग ने मंगलवार को कहा कि उसके संयुक्त उद्यम ने सूरत मेट्रो परियोजना के एक हिस्से के निर्माण के लिए 780 करोड़ रुपये की सबसे कम बोली लगाई है।

कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘हमें गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (जीएमआरसी) लिमिटेड ने सूरत मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण में 10 स्टेशनों... 11.6 किलोमीटर के एलिवेटेड वायडक्ट के निर्माण के लिए सबसे कम बोली लगाने वाला घोषित किया है।’’

यह बोली एसईएल-एसपीएससीपीएल ने लगाई थी, जो सद्भाव इंजीनियरिंग और एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बीच 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम है।

कंपनी ने कहा कि परियोजना के लिए उसकी बोली की लागत 779.73 करोड़ रुपये थी, और उसे जल्द ही जीएमआरसी से स्वीकृति पत्र मिलने की उम्मीद है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटक्या धैर्य का फल मीठा होता है?, पृथ्वी साव और सरफराज खान बिके, 7500000-7500000 रुपये में दिल्ली कैपिटल्स और सीएसके से जुड़े

विश्व1 जनवरी 2026 से लागू, 20 और देशों पर यात्रा प्रतिबंध?, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा, देखिए सूची

भारतभवानीपुर विधानसभा क्षेत्रः 45,000 मतदाताओं के नाम काटे?, सीएम ममता बनर्जी लड़ती हैं चुनाव, घर-घर जाएगी TMC

भारत3 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की मसौदा मतदाता सूची में 12.32 करोड़ मतदाताओं के नाम, 27 अक्टूबर को 13.36 करोड़ लोग थे शामिल, 1 करोड़ से अधिक बाहर

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारShare Market Today: हरे रंग के साथ शुरू हुआ कारोबार, TCS, बजाज फाइनेंस समेत इन कंपनियों के शेयर को मुनाफा

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: सुबह-सुबह जारी हो गए तेल के नए दाम, जल्दी से करें चेक

कारोबारक्या नाम में ही आज सबकुछ रखा है?  

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस