MSME: ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में रोजगार, 2025 तक 5 मिलियन से अधिक एसएमई पर जोर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 13, 2022 07:38 PM2022-07-13T19:38:54+5:302022-07-13T19:39:39+5:30
छोटे व्यवसायियों को ऋण, कार्यशील पूंजी और भुगतान सेवाएं प्रदान करता है। उद्यमों के रोज़मर्रा के संचालन को अनवरत बढ़ाएगा तथा उद्योगों के लिए तरह-तरह के संसाधन उपलब्ध कराएगा
नई दिल्लीः सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र भारत के आर्थिक मॉडल और उत्पादों और सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला का एक भाग है। इस क्षेत्र को रोजगार निर्माता माना जाता है और यह ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के बड़े पैमाने पर रोजगार और औद्योगिकीकरण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यही वजह है कि समय-समय पर इन्हें बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं आती हैं। यह ध्यान में रखते हुए रूपीफी ने एमएसएमई को बढ़ाने में सहयोग के दृष्टिकोण से एक सामुदायिक मंच, मुनाफा कम्युनिटी, का ऐलान किया है। 2020 में स्थापित रूपीफाई का टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट होलसेल, रिटेलियो और फाइंड जैसे B2B मार्केटप्लेस को वित्तीय संस्थानों के साथ लाता है ताकि पॉइंट-ऑफ-सेल स्टेज पर अपने मर्चेंट पार्टनर्स के लिए लो-फ्रिक्शन क्रेडिट को सक्षम किया जा सके।
इसकी स्थापना 2020 में जैन, अंकित सिंह और जावेद इकबाल ने की थी। जैन ने पहले वित्तीय प्रौद्योगिकी स्टार्टअप क्यूबेरा की सह-स्थापना की थी, जबकि सिंह ने ट्रकमंडी की सह-स्थापना की थी। इस बीच, इकबाल ने गूगल जैसी कंपनियों के साथ काम किया था। बता दें कि रूपीफी एक ऐसा डिजिटल बी2बी प्लेटफॉर्म है जो छोटे व्यवसायियों को ऋण, कार्यशील पूंजी और भुगतान सेवाएं प्रदान करता है। एमएसएमई के लिए वन-स्टॉप कम्युनिटी बेस्ड प्लेटफॉर्म के साथ, रूपीफ़ी का लक्ष्य अपने पार्टनर्स को तेजी से सशक्त बनाना है।
मुनाफ़ा के रूप में यह कदम उद्यमों के रोज़मर्रा के संचालन को अनवरत बढ़ाएगा तथा उद्योगों के लिए तरह-तरह के संसाधन उपलब्ध कराएगा, जैसे- जीएसटी का भुगतान, कर जमा करना, व्यवसायिक क्षमता में इजाफा आदि। फिंटेक के अनुसार, "मुनाफा भारतीय एमएसएमई के लिए उनकी यात्रा के हर चरण में उनका समर्थन करने के लिए सूचना, सामग्री और व्यावसायिक कनेक्शन के एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में काम करेगा।" अनुभव जैन ने एक इंटरव्यू में बताया कि रुपीफाई, जो बड़े पैमाने पर पूंजी के स्रोत के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के साथ काम करती है, ने अब तक 50,000 से अधिक विक्रेताओं को क्रेडिट प्रदान किया है।
वे कहते हैं कि, "हमारा बी2बी बीएनपीएल वर्तमान में एफएमसीजी, फार्मा, फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि और खाद्य जैसे क्षेत्रों में भारत में कुछ श्रेणी-अग्रणी बी 2 बी बाजारों में काम कर रहा है।" यह कम्पनी एग्रीगेटर्स के साथ साझेदारी करती है और उन्हें उधारदाताओं से जोड़ती है।
फिर उन व्यवसायों को क्रेडिट जारी किया जाता है जो इन एग्रीगेटर्स का उपयोग अपने उत्पादों और सेवाओं को बेचने के लिए करते हैं। कंपनी ने हाल ही में वाणिज्यिक कार्ड भी लॉन्च किए हैं जो छोटे व्यवसायों के लिए आसान कार्यशील पूंजी को सक्षम बनाता है और उन्हें अल्पकालिक तरलता या नकदी प्रवाह के मुद्दों के बारे में परेशान हुए बिना उनकी खरीद का प्रबंधन करने में मदद करता है।
अनुभव जैन ने कहा, “पिछले दो वर्षों में रूपीफी ने भारत में 10,000+ पिनकोड में 100,000+ से अधिक एसएमई को संचालित किया है। हमारा लक्ष्य 2025 तक 5 मिलियन से अधिक एसएमई को मदद करने के लिए बी2बी भुगतान और क्रेडिट समाधान प्रदान करना है।
हमारे बीएनपीएल पेशकश के माध्यम से, हम पिछले 12 महीनों में पचास गुना बढ़े हैं और देश में डिजिटल बी2बी कॉमर्स के भविष्य के विकास के बारे में आश्वस्त हैं। बी2बी पेमेंट्स स्पेस में हमारे अगले सेट को लॉन्च करने के लिए एमएसएमई दिवस से बेहतर कोई दिन नहीं हो सकता था।"