डिजिटल मुद्रा से बैंकों की भूमिका से बाहर होने का जोखिम:आरबीआई अधिकारियों की राय
By भाषा | Published: February 26, 2021 11:30 PM2021-02-26T23:30:58+5:302021-02-26T23:30:58+5:30
मुंबई, 26 फरवरी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की शुक्रवार को जारी एक रपट में विशेषज्ञों की राय है कि केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा :सीबीडीसी: के प्रचलन से भुगतान प्रणाली में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है तथा भुगतान तेज हो सकता है।
पर रपट में यह भी कहा गया है कि इससे बैंकिंग प्रणाली में मध्यस्थहीनता की स्थिति पैदा होने का खतरा है। मु्द्रा और वित्त पर रपट (आरसीएफ) शीर्षक से यह रपट शुक्रवार को जारी की गयी। रिजर्व बैंक ने कहा है कि इसमें प्रस्तुत विचारों को संस्थान की राय नहीं माना जाना चाहिए।
रपट में कहा गया है, 'सीबीडीसी, को एक बार लागू कर दिया गया तो इससे भुगतान के लेन—देन में व्यापक बदालव आ सकते हैं और धन का हस्तांतरण अधिक तीव्र हो सकता है।'
पर रपट में यह भी कहा गया है कि इसमें केवल अच्छाई ही नहीं है। इसमें बैंकिंग प्रणाली में मध्यस्थहीनता की स्थिति पैदा होने का खतरा है। यानी बैंकों की मध्यस्थहीनता की भूमिका खत्म होने की स्थिति पैदा होने का खतरा है। यदि बैंकिंग प्रणाली को कमजोर समझा जाता हो तो यह खतरा और भी बड़ा हो जाता है।
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