RBI Monetary Policy LIVE Updates MPC Decisions: ईएमआई पर असर नहीं, जितना दे रहे देते रहिए!, रेपो दर में कोई बदलाव नहीं
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 7, 2024 10:51 AM2024-06-07T10:51:11+5:302024-06-07T11:23:00+5:30
RBI Monetary Policy LIVE Updates MPC Decisions: एमपीसी सामान्य मानसून की उम्मीद के बीच बढ़ी हुई खाद्य मुद्रास्फीति पर नजर रखेगी।
RBI Monetary Policy LIVE Updates MPC Decisions: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को लगातार आठवीं बार नीतिगत दर में बदलाव नहीं किया है। यानी आपकी ईएमआई पर असर नहीं पड़ेगा। जितना आप अभी दे रहे हैं उतना देते रहिए। एमपीसी के फैसलों की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को टिकाऊ आधार पर 4 फीसदी पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आरबीआई ने बढ़ी खाद्य महंगाई पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति वृद्धि संतुलन अनुकूल रूप से आगे बढ़ रहा है। दास ने खाद्य मूल्य मुद्रास्फीति पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि एमपीसी सामान्य मानसून की उम्मीद के बीच बढ़ी हुई खाद्य मुद्रास्फीति पर नजर रखेगी।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says "The outlook on crude oil prices remains uncertain due to geopolitical tensions. Assuming a normal monsoon, CPI inflation for 2024-25 is projected at 4.5% with Q1 at 4.9%, Q2 at 3.8%, Q3 at 4.6% and Q4 at 4.5%, the risks are evenly… pic.twitter.com/fBAB5nIaTa
— ANI (@ANI) June 7, 2024
आरबीआई ने लगातार आठवीं बार रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा, वृद्धि दर अनुमान बढ़ाया
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार आठवीं बार नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। महंगाई को टिकाऊ स्तर यानी चार प्रतिशत पर लाने और वैश्विक अनिश्चितता के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से नीतिगत दर को यथावत रखा गया है।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says "I would now like to focus on inflation. CPI headline inflation softened further during March and April, though persisting food inflation pressures offset the gains of disinflation in core and deflation in fuel groups. Despite some… pic.twitter.com/9wj05KUuv8
— ANI (@ANI) June 7, 2024
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बुधवार को शुरू हुई तीन दिन की बैठक में लिए गए निर्णय की शुक्रवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसके साथ एमपीसी सदस्यों ने लक्ष्य के अनुरूप खुदरा महंगाई को लाने के लिए उदार रुख को वापस लेने के अपने निर्णय को भी कायम रखने का फैसला किया है।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says "The real GDP growth for the current financial year 2024-25 is projected at 7.2% with Q1 at 7.3%, Q2 at 7.2%, Q3 at 7.3%, and Q4 at 7.2%. The risks are evenly balanced" pic.twitter.com/3cevPsszH5
— ANI (@ANI) June 7, 2024
केंद्रीय बैंक ने 2024-25 के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर के अनुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत पर कर दिया है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 4.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। पहली तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 4.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। रेपो वह ब्याज दर है, जिसपर वाणिज्यिक बैंक अपनी तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं।
#WATCH | RBI Governor Shaktikanta Das says "...The provisional estimates released by the National Statistical Office (NSO) placed India's real gross domestic product, that is GDP growth at 8.2% for the year 2023-24. During 2024-25, so far the domestic economic activity has… pic.twitter.com/PL9hSfcqpo
— ANI (@ANI) June 7, 2024
आरबीआई मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिये इसका उपयोग करता है। रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में बदलाव की संभावना कम है। आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।