Petrol Diesel Price: लॉकडाउन-4 में बढ़ी पेट्रोल-डीजल की मांग, जानिए 23 मई को आपके शहर में किस रेट से हो रही बिक्री
By पल्लवी कुमारी | Published: May 23, 2020 06:33 AM2020-05-23T06:33:22+5:302020-05-23T06:33:22+5:30
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की रोजाना समीक्षा होती है। पेट्रोलियम कंपनियां प्रतिदिन सुबह 6 बजे नई कीमत जारी करती हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमत में एक्साइज ड्यूटी, वैट और डीजल कमीशन निहित होता है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन की वजह से पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। कोरोना लॉकडाउन में पेट्रोल-डीजल की मांगे भी काफी कम है। हालांकि लॉकडाउन-4 में पेट्रोल-डीजल की मांग में इजाफा हुआ है। सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने के बाद पिछले कई दिनों से इसके दाम स्थिर हैं। शनिवार (23 मई) को भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में पेट्रोल 71.26 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। मुंबई में 76.31 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 73.30 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 75.54 रुपये प्रति लीटर है।
वहीं डीजल दिल्ली में 69.39 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। मुंबई में डीजल 66.21 रुपये और कोलकाता में 65.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। चेन्नई में डीजल 68.22 रुपये प्रति लीटर है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमत (23 मई, 2020)
आगरा- 73.78 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 67.16 रुपये/लीटर
इलाहाबाद- 74.05 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 77.39 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 73.55 रुपये/लीटर
भोपाल- 77.58 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 71.72 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 68.62 रुपये/लीटर
देश अन्य प्रमुख शहरों में डीजल की कीमत (23 मई, 2020)
आगरा- 63.69 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 65.19 रुपये/लीटर
इलाहाबाद- 63.99 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 67.30 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 65.96 रुपये/लीटर
भोपाल- 68.29 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 67.73 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 62.03 रुपये/लीटर
आप अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना SMS के जरिए भी चेक कर सकते है। इंडियन ऑयल (IOC) के उपभोक्ता RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर व एचपीसीएल (HPCL) के उपभोक्ता HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 नंबर पर भेज सकते हैं। बीपीसीएल (BPCL) उपभोक्ता RSP<डीलर कोड> लिखकर 9223112222 नंबर पर भेज सकते हैं।
पेट्रोल, डीजल पर बढ़े उत्पाद शुल्क से सरकार को हो सकती है 1.6 लाख करोड़ की अतिरिक्त आय
पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में की गई रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी से चालू वित्त वर्ष में सरकार को 1.6 लाख करोड़ रुपये के अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति हो सकती है। उत्पाद शुल्क और दिल्ली में राज्य सरकार के वैट बढ़ोत्तरी के बाद पेट्रोल-डीजल पर कुल कर उनकी कीमत का 70 प्रतिशत हो गया। इससे सरकारों को कोरोना वायरस संकट के चलते लॉकडाउन (बंद) से हो रहे राजस्व नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
मई के शुरुआती हफ्ते में सरकार ने पेट्रोल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये बढ़ा दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें दो दशक के निचले स्तर पर चली गई हैं। इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए सरकार ने यह निर्णय किया है। हालांकि इस शुल्क बढ़ोत्तरी के बावजूद पेट्रोल के दाम 71.26 रुपये प्रति लीटर और डीजल के 69.39 रुपये प्रति लीटर पर अपरिवर्तित बने रहे।
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने इस शुल्क बढ़ोत्तरी को अपने सर पर रही रखने का निर्णय किया। इसमें उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतों में आयी कमी से हो रहे लाभ से मदद मिलेगी। उत्पाद शुल्क और दिल्ली सरकार के वैट में बढ़ोत्तरी के बाद राजधानी में पेट्रोल और डीजल पर कुल कर इनकीकी कीमत का 70 प्रतिशत हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल की लागत 18.28 रुपये प्रति लीटर बैठती है। लेकिन इस पर 32.98 रुपये का उत्पाद शुल्क, 3.56 रुपये का डीलर कमीशन और 16.44 रुपये का वैट है। इस प्रकार यह कीमत 71.26 रुपये प्रति लीटर हो जाती है। इसी तरह राजधानी में डीजल की लागत 18.78 रुपये प्रति लीटर है। इस पर 31.83 रुपये का उत्पाद शुल्क, 2.52 रुपये का डीलर कमीशन और 16.26 रुपये का वैट है। इससे यह कीमत 69.39 रुपये प्रति लीटर होती है।